मध्यप्रदेश(madhyapardesh) में गत दिनों सीहोर(sehore) जिले में किसानों की समस्याओं पर चर्चा करने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह(former cm digvijay singh) के साथ जिला प्रशासन ने अपेक्षाकृत सहयोग नहीं किया था। जिस बात को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह हल्के में नहीं जाने देना चाहते हैं। इसी को लेकर कांग्रेस दिग्गज और राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज(CM Shivraj) को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि शिष्टाचार और सौजन्यता हमारी संस्कृति का हिस्सा है। वहीं उन्होंने अपने पत्र में जिला प्रशासन और सीहोर कलेक्टर अजय गुप्ता द्वारा प्रोटोकॉल(protocol) के उल्लंघन पर कार्रवाई की मांग की है।
दरअसल 5 जून को किसानों की समस्या को जानने और उनसे बात करने पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह सीहोर एवं नसरुल्लागंज के दौरे पर थे। जिसकी सूचना 3 जून को है जिला प्रशासन को दे दी गई थी। जिला प्रशासन द्वारा सूचना की पुष्टि भी की गई थी। बावजूद इसके पूर्व मुख्यमंत्री सिंह के सीहोर पहुंचने पर जिला प्रशासन द्वारा प्रोटोकॉल के तहत पूर्व मुख्यमंत्री से संपर्क नही किया गया। राज्यसभा उम्मीदवार ने कुछ देर कलेक्टर एवं अधिकारियों का इंतजार किया। किंतु किसी अधिकारी द्वारा सिंह से कोई संपर्क नहीं किया गया। इसके बाद दिग्विजय सिंह ने कलेक्टर के आचरण की जानकारी संभागायुक्त कविंद्र कियावत तक पहुंचाई थी।
वही अपने लिखे पत्र में मध्य प्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश के निर्देश को बताते हुए लिखा है के पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा जिलों के भ्रमण के दौरान कैबिनेट मंत्री के अनुरूप शिष्टाचार की व्यवस्था की जाती है। और ऐसा नहीं करना प्रोटोकॉल का नियम तोड़ने जैसा है। अपने पत्र में पिछली सरकारों का वर्णन करते हुए सिंह ने कहा है कि मध्य प्रदेश में 56 के बाद से कई सरकार आई और गई किंतु मध्य प्रदेश के शासकीय तंत्र ने सौजन्य एवं शिष्टाचार को सदैव बरकरार रखा। वहीं उन्होंने कहा है कि आज सीहोर कलेक्टर अजय गुप्ता द्वारा इस तरह के अनुशासनहीनता कि वह निंदा करते हैं। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है की अखिल भारतीय स्टेट नियम 1968 के अंतर्गत उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा है कलेक्टर के विरुद्ध प्रोटोकॉल उल्लंघन करने पर कार्यवाही करते हुए उन्हें अवगत कराया जाए।