भोपाल| समर्थन मूल्य पर वर्ष 2019 -20 के लिए गेहूं उपार्जन के लिये किसानों का पंजीयन आज से प्रारंभ हो गया है जो 23 फरवरी तक चलेगा । न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी 25 मार्च से 24 मई तक होगी| केंद्र सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य 1840 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से ही प्रदेश में गेंहूं की खरीदी करेंगी| इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार पर निशाना साधा है और याद दिलाया है कि शिवराज सरकार ने किसानों को बेचीं गई फसल पर 265 रुपए राशि का अतिरिक्त बोनस दिया था, लेकिन प्रदेश सरकार केंद्र सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य 1840 पर ही खरीदी कर रही है| उन्होंने चेतावनी दी है कि किसानों को अतिरिक्त बोनस की घोषणा नहीं की तो किसानों के साथ सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा|
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने जारी बयान में कहा है कि मध्यप्रदेश में काँग्रेस पार्टी की नई सरकार ने घोषित किया हैं कि वह केंद्र सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य के 1840 रुपए भाव से ही प्रदेश में गेँहू की खरीदी करेंगी इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा कोई अतिरिक्त राशि का बोनस किसानों को नही दिया जा रहा हैं | जबकि हमारी पिछली भाजपा सरकार के द्वारा केंद्र सरकार द्वारा घोषित गेँहू के समर्थन भाव 1735 रुपए के साथ ही 265 रुपए राशि का अतिरिक्त बोनस कुल मिला कर 2000 रुपए प्रति क्विंटल का भाव किसानों को दिया था| इसके साथ ही पूर्व वर्ष में बेचे जा चुके गेँहू पर प्रति क्विंटल 200 रुपये बोनस बिना मांगे दिया गया था।
श्री भार्गव ने कहा कि किसानों की हितैषी होने का ढोंग करने वाली प्रदेश कांग्रेस सरकार जिस तरह से हमारे किसान भाइयों के साथ छलावा कर रही हैं यह घोर निंदनीय हैं| अगर प्रदेश सरकार द्वारा पिछली भाजपा सरकार के अनुसार प्रदेश के किसान भाइयों को केंद्र सरकार द्वारा घोषित गेँहू के समर्थन मूल्य के अतिरिक्त बोनस नही देती हैं तो पूरे प्रदेश में किसानों द्वारा प्रदेश सरकार के खिलाफ व्यापक और उग्र आंदोलन किया जायेगा|
पंजीयन के लिए यह जरूरी
दरअसल, केंद्र सरकार ने इस बार समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी करते हुए इसे 1735 रुपए से अब 1840 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है। सप्ताह में पांच दिन तक गेहूं की खरीदी का काम चलेगा। खरीदी को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इस बार समर्थन मूल्य में भी बढ़ोतरी कर दी गई है। समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के इच्छुक किसानों को पंजीयन कराना अनिवार्य होगा। पंजीयन के लिए किसानों को आवेदन के साथ आधार नंबर, समग्र आईडी, स्वयं का मोबाइल नंबर, राष्ट्रीय कृत बैंक या शेड्यूल बैंक का स्वयं का एकल खाता, बैंक शाखा का नाम, आईएमसी कोड, बैंक पासबुक की फोटोकॉपी, भूमि खाते से संबंधित खसरा ऋण पुस्तिका आदि के दस्तावेज लाना होंगे। साथ ही स्वयं के नाम की भूमि न होने पर भू-स्वामी के साथ निर्धारित प्रारूप में बंटाई के अनुबंध की प्रति लेकर आना होगा।
25 मार्च से होगी खरीदी
समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी का काम दो महीने तक चलेगा। 25 मार्च से सभी केंद्रों पर गेहूं खरीदी का काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद यह काम 24 मई तक चलेगा। इस बीच किसान अपनी उपज बेच सकेंगे। सप्ताह में पांच दिन तक गेहूं की खरीदी का काम चलेगा। इसके बाद शनिवार और रविवार को अवकाश रहेगा। इन दो दिनों में लेखा-जोखा का काम किया जाना है। इस बीच जो गेहूं खरीदा जाएगा उसका परिवहन भी कराया जाएगा।