भोपाल| मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में हुए सिंहस्थ कुंभ मेले के आयोजन में हुई खरीदी की जांच करा रही है| सरकार ने तीन मंत्रियों की समिति का गठन किया है। जिसमें बाला बच्चन, जीत पटवारी, और जयवर्धन सिंह शामिल है, तीनों मंत्रियों की समिति ने जांच शुरू कर दी है। नगरीय विकास विभाग ने दस्तावेज जुटाने शुरू कर दिए है। वहीं पिछली सरकार में हुए पौधरोपण की भी सरकार जांच करा रही है, इससे पहले माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारित विश्वविद्यालय में अनियमितताओं की भी जांच के लिए समिति गठित की गयी है| जिससे यह तय माना जा रहा है कि जिन घोटालों को लेकर विपक्ष में रहकर कांग्रेस सरकार को घेरती थी, अब सरकार में आते ही उन मामलों की जांच शुरू हो गई है| इस मामले में मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि हम जांच बदले की भावना से नहीं कर रहे हैं, लेकिन, चोरों ने पैसा खाया है तो उन्हें सजा जरूर मिलनी चाहिए|
दरअसल, धार्मिक नगरी उज्जैन में साल 2016 में बारह साल बाद सिंहस्थ हुआ था। बीजेपी सरकार ने सिंहस्थ के नाम पर करोड़ों रूपये खर्च किए थे। दो महीने तक दुनिया का सबसे बड़ा सिंहस्थ मेले में चाकचौबंद व्यवस्था के नाम पर बेहिसाब खर्च किया गया| जिसे सरकार ने जरूर बताया, लेकिन कांग्रेस ने विपक्ष में रहकर इसका भारी विरोध करते हुए बड़ा घोटाला बताया| इसको लेकर कांग्रेस ने एक जाँच दल उज्जैन भी भेजा था और घोटाले की छानबीन कराई थी| अब कांग्रेस सरकार में है और सिंहस्थ घोटाले की जांच शुरू हो गई है| सरकार ने सिंहस्थ में हुई खरीदी घोटाले को लेकर समिति बनाई है. जिसमें तीन मंत्रियों को रखा गया है| मंत्रियों ने नगरी निकाय विभाग घोटाले के दस्तावेज जुटाना भी शुरू कर दिए है| कमेटी में शामिल मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि भ्रष्टाचार सिंहस्थ हो या फिर अन्य कांग्रेस अलर्ट और चिंतित है| वृक्षारोपण मामला हो, सिंहस्थ मामला हो या फिर सरकारी खर्च का सभाए करने में भ्रष्टाचार हुआ हो संबंधित विभाग अलर्ट पर है| जल्द ही सारी रिपोर्ट पटल पर रखे जाने के साथ ही सार्वजनिक होगी|
प्रदेश में बढ़ते अपराधों को लेकर बीजेपी पर हमला बोलते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि भाजपा अपराधों को पार्टी के आधार पर बांटती है| लेकिन हम ऐसा नहीं करते| जो भी अपराधी हे चाहे वो किसी भी पार्टी को हो, उसे सजा मिलेगी| न्याय किया जाएगा|