ग्वालियर।अतुल सक्सेना।
जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। शुक्रवार को एक दिन में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा सामने आया। जिला प्रशासन से जारी हेल्थ बुलेटिन में 12 लोग पॉजिटिव बताये गए। चिंता की बात ये है कि पॉजिटिव का आंकड़ा 54 हो गया है । हालांकि इसमें 16 मरीज ठीक होकर घर चले गए हैं जबकि एक की मृत्यु हो चुकी है।
जब तक सीमाएं सील थी तब तक ग्वालियर में पॉजिटिव मरीजों के मिलने का सिलसिला थमा हुआ था लेकिन जैसे ही बाहर से लोग आने लगे तब से आंकड़ा बढ़ने लगा। कोई चोरी छिपे घर में घुस गया तो किसी ने अनुमति लेकर शहर में प्रवेश किया लेकिन संक्रमित क्षेत्रों से आने के कारण ये लोग कोरोना भी साथ लेकर आये। शुक्रवार रात जिला प्रशासन ने जो हेल्थ बुलेटिन जारी किया उसमें 12 पॉजिटिव बताये गए जिनमें से पांच जिले के एक मात्र मृतक डबरा निवासी गंगाराम रोहिरा के परिजन हैं जबकि सात जिले के अलग अलग क्षेत्र के हैं। इनमें कोई उपनगर ग्वालियर का है, कोई भितरवार का है तो कोई अन्य जगह का। खास बात ये है कि इन 12 पॉजिटिव में जिले में अब तक का सबसे छोटा 11 साल बच्चा भी शामिल है। इस सभी की ट्रैवल हिस्ट्री है इनमें से कोई अहमदाबाद से आया, कोई पुणे से तो कोई दिल्ली से। अधिकांश मजदूर परिवार के लोग ही हैं। ये 12 नये पॉजिटिव मरीजों को मिलाकर ग्वालियर जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 54 हो गई है जिसमें एक मृत्यु भी शामिल है। अच्छी बात ये है कि 16 मरीज ठीक होकर अपने घर भी जा चुके हैं। इन रिपोर्ट का एक दूसरा पहलू ये भी है कि नेगेटिव मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। शुक्रवार को जहाँ 12 पॉजिटिव मिले वहीं 425 नेगेटिव रिपोर्ट भी आई। जिला प्रशासन के सामने सबसे बड़ी समस्या ये है कि लोग सेम्पलिंग में सहयोग नहीं कर रहे। बहुत से क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ ICMR की टीम के साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। बाहर से आने वाले बहुत से लोग आज भी चुपचाप घर में घिस रहे हैं जो हो सकता है कि भविष्य में खुद के लिए, पड़ोसियो के लिए और प्रशासन के लिए परेशानी का कारण बनें। जिला प्रशासन अब इससे बचने की रणनीति बना रहा है।