भोपाल| भारतीय मूल के अमेरिकी टेक एक्सपर्ट सैय्यद शुजा के ईवीएम हैक करने के दावे के बाद देश में एक बार फिर ईवीएम को लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है| जहां कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल सरकार के विरोध में खड़े हो गए हैं वहीं भाजपा और सरकार ने इन दावों को खारिज किया है। साथ ही चुनाव आयोग भी इन दावों को सिरे से नकार चुका है। हैकर ने दवा किया है कि भाजपा ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में ईवीएम हैक करने की कोशिश की थी। लेकिन उसकी टीम ने ट्रांसमिशन हैक करने की भाजपा की कोशिश को विफल कर दिया। इसका नतीजा है कि कांग्रेस चुनाव जीत गई। अन्यथा इस बार भी भाजपा ही इन तीनों राज्यों में चुनाव जीतती। यही नहीं हैकर ने दावा किया है कि 2014 में प्रचंड बहुमत से बनी मोदी सरकार भी हैकिंग के दम पर सत्ता में आई थी। अब इस दावे के बाद देश भर में बहस छिड़ गई है, मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने इसको लेकर भाजपा पर निशाना साधा है, जिसका जवाब पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से दिया है|
दरअसल, लंदन में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हैक करने के डिमॉनस्ट्रेशन के दौरान अमेरिकी हैकर ने सोमवार को सनसनीखेज दावा किया। अमेरिकी हैकर सईद सूजा ने दावा करते हुए कहा कि ईवीएम हैक होने की जानकारी भाजपा के पूर्व नेता गोपीनाथ मुंडे की थी। सूजा का यह भी दावा है कि 2014 के लोकसभा चुनावों में भी इवीएम के साथ गड़बड़ी की गई। इस डिमॉनस्ट्रेशन के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल भी मौजूद थे। यह आयोजन इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन की तरफ से किया गया। सूजा ने दावा किया है कि ईवीएम हैकिंग के लिए उनसे भारत की कई राजनीतिक पार्टियों ने संपर्क किया था। इनमें बीजेपी समेत 13 दल के नाम उन्होंने लिए हैं।
कांग्रेस ने साधा निशाना, शिवराज ने दिया यह जवाब
हैकर के इस दावे की खबर को लेकर कांग्रेस ने अपने ऑफिसियल ट्वीटर पर बीजेपी पर निशाना साधा है| इस ट्वीट में लिखा गया है” मोदी जी ईवीएम हैक करके पीएम बने..? अमेरिकी एक्सपर्ट के दावे- -2014 में भाजपा ने ईवीएम हैक कराई, -गोपीनाथ मुंडे ने हैकिंग के लिये संपर्क किया, 2015 में ‘आप’ ने भी हैकिंग कराई, महाराष्ट्र, यूपी और गुजरात में भी धाँधली, -ट्रांसमीटर के ज़रिये ईवीएम हैक हुई, तो ये है मोदी लहर का राज ?”| कांग्रेस के इस ट्वीट का रिप्लाई करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा है “तो क्या राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आपकी जो सरकारें बनी हैं, वो बिना ई॰वी॰एम॰ के चुनाव होने से बनी हैं?राहुल गाँधी जी, आप तो समझदार है, समझाइए अपने नेताओं को”|
हैकर का यह है दावा
स्काईप के जरिये लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए इस शख्स ने दावा किया कि 2014 में वह भारत से पलायन कर गया था क्योंकि अपनी टीम के कुछ सदस्यों के मारे जाने की घटना के बाद वह डरा हुआ था। हैकर ने यह भी कहा कि भाजपा ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में ईवीएम हैक करने की कोशिश की थी। लेकिन उसकी टीम ने ट्रांसमिशन हैक करने की भाजपा की कोशिश को विफल कर दिया। इसका नतीजा है कि कांग्रेस चुनाव जीत गई। अन्यथा इस बार भी भाजपा ही इन तीनों राज्यों में चुनाव जीतती। उसने कहा कि दूरसंचार कंपनी रिलायंस जिओ कम फ्रीक्वेंसी वाले सिग्नल के जरिए हैकिंग में भाजपा की मदद करती है। हालांकि, अपने दावे के समर्थन में उसने कोई सबूत नहीं दिया। यहां यह भी बताते चलें कि 2014 के चुनाव हैक होने का दावा किया गया, लेकिन तब रिलायंस जिओ का गठन नहीं हुआ था। इस कंपनी को पांच सितंबर, 2016 को लांच किया गया था।
चुनाव आयोग ने दावों को नकारा
हैकर के दावे पर तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए आयोग ने कहा कि ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित है। मशीन तकनीकी विशेषज्ञों की निगरानी में ही तैयार होती है। लंदन में हैकिंग को लेकर आयोजित कार्यक्रम को चुनाव आयोग ने प्रायोजित करार दिया है। आयोग ने हैकर के दावों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार करने की बात कहते हुए ईवीएम को छेड़छाड़ से मुक्त करार दिया है।
तो क्या राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आपकी जो सरकारें बनी हैं, वो बिना ई॰वी॰एम॰ के चुनाव होने से बनी हैं? @RahulGandhi जी, आप तो समझदार है, समझाइए अपने नेताओं को… https://t.co/aFS0Cmvjdk
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) 22 January 2019