संसद हमले के बाद सतर्क मध्य प्रदेश शासन, विधानसभा सत्र को लिए एक्स्ट्रा अलर्ट पर पुलिस, विधायक अनुशंसा पत्र को लेकर भी जारी किए निर्देश

Madhya Pradesh Vidhansabha Session

Madhya Pradesh Vidhansabha Session: 18 दिसंबर सोमवार को मध्यप्रदेश की 16वीं विधानसभा सत्र का आरंभ होने जा रहा है। लोकसभा में हुई घटना के बाद प्रदेश प्रशासन एक्स्ट्रा अलर्ट है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सचिवालय द्वारा किए गए हैं। पुलिस की फाइनल रिहर्सल रविवार को हो रही है। पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर विधानसभा में भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है।

पुलिस अधिकारियों का निर्देश- सुरक्षा में न हो जरा सी भी चूक

विधानसभा सत्र चार दिनों तक चलेगा। इस दौरान नवनिर्वाचित विधायकों को प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव शपथ दिलाएंगे। जिसे लेकर सुरक्षा विभाग अलर्ट मोड में हैं। सदन के बाहर करीब 1 हजार पुलिस बल को तैनात किया गया है। एमपी पुलिस और STF जवान भी इनमें शामिल हैं। विधानसभा के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल मौजूद रहेंगे।

बता दें कि बुधवार को संसद में दर्शक दीर्घा के दो व्यक्तियों ने अफरा-तफरी मचा दी थी। इस घटना के बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को 18 दिसंबर सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया था। इसलिए मध्यप्रदेश विधानसभा सत्र में शामिल होने वाले दर्शक दीर्घा को लेकर पुलिस ज्यादा अलर्ट है। इसके लिए विशेष तैयारियां भी की गई हैं।

विधायक अनुशंसा पत्र पर निर्देश जारी

संघन जांच के बाद ही विधानसभा में एंट्री मिलेगी। प्रवेश द्वार पर विशेष जांच दल मौजूद रहेगा। दर्शक दीर्घा में शामिल होने वाले पास धारकों की विशेष जांच की जाएगी। विधायक अनुशंसा पत्र को लेकर भी निर्देश जारी किया है। इस बार विधायक की अनुशंसा पर केवल एक व्यक्ति को ही प्रवेश मिलेगा।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News