सीएम डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में की गोवर्धन पूजा, घोषणा ‘मध्य प्रदेश की दूध उत्पादन क्षमता 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करेंगे’

मुख्यमंत्री ने कहा कि दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए हमने नेशनल डेयरी बोर्ड के माध्यम से एमओयू किया है। सरकार ने 11 हज़ार गांवों में दुग्ध सहकारी समितियां बनाकर दूध उत्पादन को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। अमूल डेयरी के संचालकों के अनुभव के आधार पर नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड को जोड़कर हमने उच्च स्तर पर मीटिंग की है। उन्होंने कहा कि अमूल संघ किसानों को पूरे साल दूध के दाम देने के साथ दो लाख तक का बोनस भी देता है। ऐसा अगर हमारे प्रदेश में मिलने लगे किसानों की दिवाली हो जाएगी।

CM Dr. Mohan Yadav Govardhan Puja

CM Dr. Mohan Yadav Celebrates Govardhan Puja : सीएम डॉ मोहन यादव आज भोपाल के रविंद्र भवन में गोवर्धन पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां उन्होंने गौ-पूजा भी की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय मध्य प्रदेश में दूध उत्पादन क्षमता 9 प्रतिशत है, सरकार ने उसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा हमारे लिए कर्मकांड नहीं, हमारी संस्कृति और भारत की पहचान है और कोविड के बाद पूरी दुनिया ने गोवंश और आयुर्देव की महत्ता स्वीकारी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि त्योहारों में त्योहार दीपावली है और किसानों की असली दिवाली गोवर्धन पूजा पर ही मनती है। उन्होंने कहा कि ‘किसानो का असली धन गोधन है। श्रीकृष्ण ने अपना पूजा जीवन गायों के साथ बिताया है। आज भी ग्राम्य जीवन में गौमाता का बहुत महत्व है। गौमाता 33 करोड़ देवी देवताओं की जननी है और उनके बिना जीवन का अस्तित्व संभव नहीं। दुनिया में ऐसे कुछ देश छोड़ दें जहां भैंस होती हैं, तो हर जगह गौमाता ही दूध का स्त्रोत है। इस मामले में हमारी देसी नस्ल की गौमाता सबसे श्रेष्ठ हैं।’

गोवर्धन पूजा में शामिल हुए सीएम डॉ मोहन यादव

भोपाल में आयोजित गोवर्धन पूजा में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि गोवंश की संख्या के मामले में एमपी पूरे देश में तीसरे नंबर पर है। मध्यप्रदेश में 1 करोड़ 49 लाख गोवंश है। उन्होंने कहा कि कोविड के बाद आयुर्वद ने अपनी महत्ता बता दी। जब पूरी दुनिया में हाहाकार मचा था तब उनकी जान बची जिनके घर में गोवंश के आधार पर यज्ञ हवन होते थे। हमारी आयुर्वेद में गौमाता के दूध से बने धी का अत्यधिक महत्व है। अभी तक विदेशों में लोग मक्खन तक पहुंचे हैं..लेकिन उन्हें ये नहीं पता की मक्खन के आगे घी है। भारतीय संस्कृति में घी का हमेशा से महत्व रहा है और अब दुनिया हमारी संस्कृति को स्वीकार रही है। कोविड में सोशल डिस्टेंसिंग के समय लोगों ने हाथ मिलाने की बजाय नमस्कार की भारतीय संस्कृति के सुख को समझा। अपनी परंपरा और संस्कृति को सहेजते हुए आज हम दुनिया में ग्यारहवीं से पांचवीं अर्थव्यवस्था बन गए हैं और जल्द ही हम तीसरे स्थान पर होंगे।

गोवंश संवर्धन के लिए घोषणाएं

सीएम ने कहा कि दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए हमने नेशनल डेयरी बोर्ड के माध्यम से एमओयू किया है। उन्होंने कहा कि फसलों की तरह हमने दूध उत्पादन पर भी बोनस देने का फैसला किया है। मध्य प्रदेश के बजट में पशुपालन मंत्रालय के लिए 2024-25 के लिए 590 करोड़ का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि ‘हम पशुधन के संरक्षण के लिए कांजी हाउस और खिड़क बंद करेंगे। ये पशुधन के लिए जेल है। वृद्ध या असहाय गोवंश को रखने के लिए हमने बड़े नगर निगम को जिम्मेदारी दी है। सरकार ने ऐसी गौशाला को चलाने की जिम्मेदारी नगरीय निकायों को दी है जहां 5 हज़ार से लेकर 10 हज़ार तक गायों को रखा जाएगा। इसी के साथ दस से अधिक गाय पालने वालों को सरकार विशेष अनुदान देगी। हमने गायों के लिए गौ एंबुलेंस भी प्रारंभ की है और फोन कॉल पर ये सुविधा उपलब्ध है। गोवंश प्रतिषेध अधिनियम में गौ अपराध करने वाले को 7 साल की सजा का प्रावधान किया है। गोवंश पालन करने वालों के लिए क्रेडिट कार्ड बनाए जाएंगे। गोवंश संवर्धन के लिए सरकार ने प्रति गाय बीस रूपए अनुदान को बढ़ाकर 40 रुपए किया है’।

MP की दूध उत्पादन क्षमता बढ़ाएंगे, CM ने की अमूल सहकारी समिति की तारीफ

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आने वाले समय में दुग्ध संघ के माध्यम से हम किसानों को और अधिक लाभान्वित करें। सरकार ने 11 हज़ार गांवों में दुग्ध सहकारी समितियां बनाकर दूध उत्पादन को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। अमूल डेयरी के संचालकों के अनुभव के आधार पर नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड को जोड़कर हमने उच्च स्तर पर मीटिंग की है और गुजरात के साथ संपर्क बढ़ाए हैं और आने वाले समय में 51 हज़ार गाँव तक..अर्थात प्रत्येक गाँव तक हमारी दूध उत्पादन क्षमता जो 9 प्रतिशत है, उसे 20 प्रतिशत तक करने का हमारा संकल्प है।’

उन्होंने कहा कि ‘1 नवंबर को मध्यप्रदेश का स्थापना दिवस था। हमने पाँच दिन का दीपोत्सव और चार दिन का राज्योत्सव मनाया। ये उत्सव 29 तारीख़ से चल रहा था। रन फॉर यूनिटी के माध्यम से हमने वल्लभ भाई पटेल का स्मरण किया। सरदार पटेल वो व्यक्तित्व हैं जिन्होंने आजादी के बाद सभी रियासतों को मिलाने का काम किया और एक महत्वपूर्ण काम जो पूरे देश के ज़रूरी है, वो अमूल सहकारिता दूध का आंदोलन खड़ा करना है। इसके लिए सरदार पटेल का बड़ा योगदान है, जिस कारण दुनिया अमूल सहकारी संघ के चमत्कार को देख सकी। अमूल संघ किसानों को पूरे साल दूध के दाम तो देता ही है, एक लाख से दो लाख तक बोनस भी देता है। ऐसा अगर हमारे प्रदेश मिलने लगे तो किसानों की दिवाली हो जाएगी। इसलिए उस मॉडल के लिए हमने चार दिन का उत्सव मनाया और संकल्प लिया कि इसका समापन गोवर्धन पूजा के साथ हो रहा है। किसानों की आय बढ़ाने में दूध का भी बड़ा महत्व होता है और इसीलिए हमने गोवर्धन पूजा का आयोजन किया है।’ सीएम ने कहा कि आज सभी विधायक, सांसद, मंत्री और जनप्रतिनिधि प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में गोवर्धन पूजा मना रहे हैं और हम इसके माध्यम से लोगों को गोवंश संवर्धन के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं।


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

Other Latest News