भोपाल। मध्य प्रदेश के मंडला जिले के कलेक्टर द्वारा सोशल मीडिया पर नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन की पोस्ट अब राजनैतिक मुद्दा बन गई है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसपर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि संसद द्वारा बनाए गये कानून का विरोध करने का कलेक्टर को नैतिक अधिकार नहीं है।
उन्होंने ट्विट किया है, जिसमें लिखा है, ‘ संवैधानिक पद पर रहते हुए मंडला कलेक्टर ने जो #CAA पर टिप्पणी की है, वह अमर्यादित है। संवैधानिक पद पर रहते हुए संसद द्वारा बनाए गये कानून का विरोध करने का उन्हें नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार चाहिए, तो पहले संवैधानिक पद छोड़ें।’
गौरतलब है कि, मंडला कलेक्टर जगदीश जटिया ने सीएए का समर्थन करने से साफ इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि मुझे अपने विवेक का इस्तेमाल करना आता है। मैं खुद सीएए और एनआरसी को सपोर्ट नहीं करता। हालांकि विवाद होने के बाद कलेक्टर ने अपनी पोस्ट को डिलीट कर दिया है। लेकिन तबतक उनकी पोस्ट के स्क्रीन शॉट वायरल हो गए। उनकी इस पोस्ट के बाद भाजपा को सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया। भाजपा मीडिया प्रभारी लोकेंद्र ने स्क्रीट शॉट अपने ट्वीटर पर शेयर किए है और लिखा है कि यह मंडला के कलेक्टर जगदीश जटिया हैं ,इसकी हिम्मत देखो…यह संविधान से ऊपर हो गये है? जिस कानून को राजपत्र में प्रकाशित कर दिया गया है, यह उसका विरोध कर रहे है। किसकी शह पर?? कमलनाथ जी बताएं, क्या यह लोक सेवा आचरण संहिता का उल्लंघन नहीं है ।