भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में एक बार फिर से मौसम (MP Weather) के बदलने की संभावना जताई गई है। हवा (Air) के रुख में बदलाव के साथ ही शहर के अधिकतम और न्यूनतम तापमान (temperature) में मंगलवार को कुछ और गिरावट दर्ज की गई। जिससे प्रदेश में ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट से सिहरन बढ़ गई है। वहीँ मौसम विभग (weather department) की माने तो रात और दिन दोनों तापमान सामान्य तापमान से नीचे हैं और मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट आएगी।
मौसम विभाग के अधिकारियों की माने तो बंगाल की खाड़ी में अंडमान के करीब एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। जिसकी वजह से ये संभावना बनी हुई है कि मप्र में एक बार फिर से मौसम बदल सकता है। अरब सागर से नमी खींचे जाने के कारण लगभग एक दिन पहले तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई थी, जिससे आसमान में भी आंशिक रूप से बादल छाये हुए हैं। हवा के पैटर्न में लगातार बदलाव के कारण पिछले कुछ दिनों से तापमान में उतार-चढ़ाव लगातार बना हुआ है। उत्तर पूर्व से आ रही ठंडी हवाओं के कारण तापमान में एक बार फिर गिरावट आई है।
मंगलवार को अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से तीन डिग्री कम था जबकि रात का तापमान 14 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम था। दो दिन तक यही स्थिति बनी रहेगी और रात के तापमान में और गिरावट आ सकती है।
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मौसम वैज्ञानिकों ने संभावना जताई है कि 2 दिन के बाद देश में ठंड बढ़ेगी।वहीं राजधानी भोपाल सहित राज्य के कई इलाकों में बूंदाबांदी की भी संभावना जताई गई है। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से लेकर अरब सागर तक एक ट्रफ लाइन का निर्माण हुआ है। जिससे बंगाल की खाड़ी में अनुमान के पास से कम दबाव का क्षेत्र निर्मित हुआ है। इस सिस्टम के आंध्र के तट पर पहुंचने के बाद हवाओं के नमी बढ़ेगी। जिससे मध्यप्रदेश में भी बादल छाने लगेंगे। इसके अलावा प्रदेश के कई जिलों में बूंदाबांदी की भी संभावना है।
पूर्वी क्षेत्र में रात ठंडी रही
सिटी एयरपोर्ट पर क्षेत्रीय मौसम विभाग के मौसम केंद्र ने जहां 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, वहीं कृषि महाविद्यालय के अधिकारियों ने बीती रात को तापमान 12 डिग्री सेल्सियस यानि पश्चिमी क्षेत्र में दर्ज तापमान से दो डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया।
बुजुर्गों और बच्चों को वायरल बीमारियों का खतरा
तापमान में गिरावट के साथ ही शहर में वायरल बीमारियों से पीड़ित लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है। बुजुर्गों, हृदय रोग और मधुमेह से पीड़ित लोगों को डॉक्टरों द्वारा फ्लू के टीके लेने और विशेष रूप से रात और सुबह के समय ठंड के संपर्क में आने से बचने की सलाह दी जा रही है। इसी तरह, माता-पिता को अपने बच्चों की देखभाल करनी चाहिए क्योंकि उन्हें खांसी, सर्दी और अन्य वायरल विकारों का भी खतरा होता है।