भोपाल| विधानसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव में भाजपा के किले भेदने की तैयारी कर रही है| मध्य प्रदेश की 29 में से 26 सीटों पर अभी भाजपा का कब्ज़ा है और सिर्फ तीन सीटें कांग्रेस के खाते में हैं| मोदी लहर का प्रदेश में बड़ा असर देखने को मिला था और विधानसभा और लोकसभा में भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन किया| लेकिन इस बार कांग्रेस सरकार में है और इस जीत के बाद आलाकमान की भी नजर मध्य प्रदेश पर है| जिसके चलते कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश के मुद्दों को अपने घोषणा पत्र में जगह देगी| लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र में मध्यप्रदेश से जुड़े मुद्दों को शामिल करने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) से रिपोर्ट मांगी है।
विधानसभा चुनाव के लिए बनाई गई घोषणा पत्र समिति को ही यह जिम्मेदारी सौपी गई है| लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र में मध्यप्रदेश से जुड़े मुद्दों को शामिल करने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) से रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में रेल मार्ग, हवाई उड़ान से लेकर सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों, स्वास्थ्य सेवाओं और सिंचाई योजनाओं में प्रदेश को लाभ पहुंचाने वाले बिंदुओं को तलाशा जाएगा। इसी महीने पीसीसी अपनी रिपोर्ट एआईसीसी को भेज देगी|
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणा पत्र पर काम चल रहा है। हर सीटों पर प्रभारियों को जिम्मेदारी सौंपने के साथ ही पार्टी घोषणा पत्र पर ज्यादा फोकस करेगी| क्यूंकि विधानसभा चुनाव में मिली जीत में बड़ा प्रभाव पार्टी के वचन पत्र का हुआ| इसलिए सभी मुद्दों पर गहनता से विचार कर पार्टी अपना घोषणा पत्र जारी करेगी| सूत्र बताते हैं कि लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र में मप्र के मुद्दों को तलाशने की जिम्मेदारी विधानसभा चुनाव के लिए बनाई गई घोषणा पत्र समिति के कुछ पदाधिकारियों को सौंपी गई है। इस संबंध में पिछले दिनों बाबरिया ने घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र सिंह को पीसीसी में बुलाया था और मुलाकात की थी।
घोषणा पत्र में इन मुद्दों को मिल सकती है जगह
-भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर से हवाई उड़ानें कम हैं, जिन्हें बढ़ाए जाने की मांग होगी।
-Bhopal AIIMS में गंभीर ऑपरेशन कराना हुआ आसान, अब जल्द होगी MRI जांच
-रेल मार्ग में प्रदेश के कुछ हिस्सों में अभी भी मीटरगेज लाइन हैं, जिन्हें ब्रॉडगेज में बदला जाना है।
-हज यात्रियों के लिए भोपाल से सीधी उड़ान चालू की जाए।
-सार्वजनिक क्षेत्र की बीएचईएल, बैंक नोट प्रेस, सिक्युरिटी पेपर मिल (एसपीएम) होशंगाबाद, पेपर मिल नेपानगर जैसी कंपनियों से मप्र के फायदों के बिंदुओं को शामिल किया जाएगा। बीएचईएल के विस्तार की योजना को अमलीजामा पहनाना।
-रेल कोच फैक्टरी भोपाल को पूर्ण क्षमता से काम करने की योजना बनाना।
-भोपाल मेमोरियल हास्पिटल और अनुसंधान अस्पताल को एम्स में मर्ज करने की योजना पर अमल कराना। एम्स संचालन में आ रही परेशानियों को दूर कराना।
-सिंचाई योजनाओं को केंद्र के अधीन ले जाने का वादा किया जाएगा। इसमें बरगी और पंेच जैसी परियोजनाओं को शामिल करने का वादा मप्र के मतदाताओं के लिए किया जा सकता है। इससे योजनाओं के संचालन के लिए केंद्र से अनुदान और ऋण मिलेगा।