भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में एक बार फिर से बिजली उपभोक्ताओं (MP Electricity consumer) को बड़ा झटका लगा। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (West Zone Electricity Distribution Company) ने बिजली की दरों (Electricity rate hike) में वृद्धि कर दी है। वहीं नई दर लागू कर दी गई है। इसके बाद इंदौर उज्जैन संभाग के 15 जिलों में बिजली बिल में भारी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश में वितरण कंपनियों को 2.64% दरें बढ़ाने की मंजूरी दी थी।
जिसके बाद वृद्धि मंजूरी के हिसाब से दर वृद्धि बहुत ज्यादा नजर नहीं आ रही हालांकि बिजली कंपनी के अधिकारी का कहना है कि अन्य शुल्क और फिक्स्ड चार्ज को मिलाकर उपभोक्ताओं के बिलों में 5 फीसद की वृद्धि देखी जा सकती है वहीं 7 अप्रैल की रात से बिजली कंपनी के बिलिंग सॉफ्टवेयर में बढ़ी हुई दर लागू कर दी गई है जिसके बाद रीडिंग और पुरानी दर और नई वृद्धि के अनुपात का पता करने के लिए भी फार्मूला तैयार किया गया है।
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मध्यप्रदेश में बिजली की नई दर 7 अप्रैल से लागू कर दी गई है। वहीं बिजली बिलिंग में 7 अप्रैल से नई दर को Feed करने के साथ ही अब मीटर शुल्क अनुपात से लगाए जाएंगे। इस मामले में अधीक्षक यंत्री ध्रुव कुमार शर्मा का कहना है कि 7 अप्रैल से पुरानी दर को खत्म कर दिया गया है। हालांकि रीडिंग में 30 दिन की कुल खपत देखकर रीडिंग निकाली जाती है। इसलिए इससे पहले कि राशि पुरानी दर पर जबकि 7 अप्रैल के बाद की राशि नई दर पर लागू की जाएगी।
बिजली अधिकारियों की माने तो 100 यूनिट तक के meter use करने वाले उपभोक्ताओं पर इस वृद्धि का कोई खासा अंतर नजर नहीं आएगा। वहीं शासन की सब्सिडी योजना का भी लाभ ऐसे उपभोक्ताओं को मिलेगा। 150 यूनिट तक पहुंचने वाले उपभोक्ताओं को बिल में ₹10-30 की वृद्धि देखने को मिलेगी। साथ ही 200 यूनिट तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं के लिए बिजली बिल में ₹50 से ज्यादा की राशि जोड़कर आएगी।