भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में नाम बदलने की प्रक्रिया में होशंगाबाद (hoshangabad) को पहली जगह मिली है। दरअसल बीते दिनों की विधानसभा में नाम बदलने की प्रक्रिया संकल्प पेश किया गया। जहां होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदा पुरम (narmadapuram) करने की बात कही गई। हालांकि सरकार के इस प्रस्ताव पर विपक्ष ने भी हामी भरी और विधानसभा (assembly) में मंजूरी के बाद यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हो गया।
अब विधानसभा मंजूरी के बाद यह प्रस्ताव केंद्र को भेज देगा। इसके बाद होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदा पुरम कर दिया जाएगा। बता दे कि इस प्रस्ताव को भाजपा विधायक सुदेश राय (sudesh rai), ठाकुरदास नागवंशी और सीता शरण शर्मा (Sita Sharan Sharma) सहित प्रेम शंकर वर्मा (prem shankar sharma) ने पेश किया जिसके बाद विपक्ष ने भी इसका समर्थन किया।
इस मामले में सीता शरण शर्मा का कहना था कि 14वीं शताब्दी में होशंगशाह गोरी नामक एक शासक यहां आया था। जिसके नाम पर यह नामकरण किया गया था। हालांकि वह तो चला गया लेकिन शहर का नाम अभी भी उसी नाम से प्रसिद्ध है। जिस को बदला जाना आवश्यक है।
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प्रदेश के एक और जगह के नाम बदलने के क्रम में संजय पाठक (sanjay pathak) ने यशपाल सिंह सिसोदिया का समर्थन किया। जिसने पश्चिम मध्य रेल के खन्ना बंजारी रेलवे स्टेशन का नाम विजयनाथ धाम (vijay nath dham) रखने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। हालांकि विपक्ष ने इसे भी सर्वसम्मति से पारित किया और खन्ना बंजारी रेलवे स्टेशन का नाम विजय नाथ धाम रेलवे स्टेशन होने पर सहमति दी।
बता दें कि इससे पहले नाम बदलने की चर्चा पर विपक्ष द्वारा सरकार पर तंज कसा गया था। दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के होशंगाबाद का नाम बदलने पर कांग्रेस ने इसे गैरजरूरी बताया था। वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था शहर के नाम बदलने से महंगाई खत्म हो जाएगी। साथ ही नाम बदले जाने को बीजेपी की नाटक को नौटंकी करार दिया गया था।