भोपाल।
मध्यप्रदेश का सियासी संग्राम बड़े उलटफेर के मूड में लग रहा है। इस सियासी उठापटक में मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के लिए कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है। कमलनाथ खेमे के लापता हुए विधायक धीरे-धीरे वापस भोपाल लौट रहे थे। इसी बीच सिंधिया खेमे के विधायक के गायब होने की खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक करीब दर्जनभर विधायक अचानक से भोपाल छोड़कर गायब हो गए हैं। उन सब के फोन भी बन्द आ रहे हैं। इसके साथ ही कमलनाथ सरकार के लिए परेशानियां बढ़ती नजर आ रही है। इस घटना से यह अटकलें तेज हो गई है कि विधानसभा सत्र की शुरुआत में भाजपा कमलनाथ सरकार के विरोध में विश्वास प्रस्ताव ला सकती है।
जिन मंत्रियों के गायब होने की खबर सामने आ रही है उसमें प्रद्युम्न सिंह के अलावा मनीष सिसोदिया, तुलसी सिलावट, इमरती देवी, गोविंद सिंह राजपूत उमंग सिंघार और प्रभु राम चौधरी शामिल है। साथ ही साथ ओपीएस भदौरिया, जसपाल सिंह जग्गी, बृजेश सिंह यादव के अलावा 6 और विधायक भी संपर्क क्षेत्र से बाहर चल रहे हैं। जिसके बाबत पुलिस मुख्यालय से राजभवन ने सुरक्षा को लेकर स्पष्टीकरण भी मांगा है। सूत्रों से पता चला है कि सभी मंत्रियों और विधायक बंगलुरु के किसी रिसोर्ट में ठहरे हुए हैं। बताते चलें कि गायब हुए अधिकतर मंत्री एवं विधायक सिंधिया गुट से है। जिससे राज्यसभा में सिंधिया की दावेदारी की अटकलें तेज हो गई है।
इससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। लंबी चर्चा के बाद उन्होंने अपने दिए बयान में कहा कि कांग्रेसी नेता वापस आकर यही कह रहे की वह तीर्थ पर गए थें। वहीं सिंधिया के राज्यसभा भेजे जाने के सवाल पर कमलनाथ ने कोई जवाब नहीं दिया था।