ऊर्जा मंत्री की पद यात्रा में अलग नजारे, कहीं मालपुए खाये तो वहीं बुजुर्ग महिला के पैरों में रखा सिर

Gaurav Sharma
Published on -

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। स्वच्छ ग्वालियर, प्रदूषणमुक्त ग्वालियर, बिजली बचाने और पानी बचाने के उद्देश्य से ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने आज से दो दिवसीय पदयात्रा शुरू की है। पद यात्रा के दौरान ऊर्जा मंत्री मौके पर ही जनसमस्याओं के निपटारे के निर्देश दे रहे हैं तो वे कहीं मालपुए खा रहे हैं वहीं आदत के मुताबिक बुजुर्ग महिलाओं के पैरों में सिर रख रहे हैं। ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक एवं मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने स्वच्छ ग्वालियर, प्रदूषणमुक्त ग्वालियर, बिजली बचाओ और पानी बचाओ के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 26 जनवरी को 29 और 30 जनवरी दो दिनों तक पद यात्रा निकालने का एलान किया था। वादे के मुताबिक आज सुबह वे अपनी विधानसभा में पद यात्रा पर निकल गए। उनके साथ कार्यकर्ताओं के अलावा प्रशासनिक अधिकारी भी पद यात्रा में शामिल हैं ।

ऊर्जा मंत्री की पद यात्रा में अलग नजारे, कहीं मालपुए खाये तो वहीं बुजुर्ग महिला के पैरों में रखा सिर

पदयात्रा के दौरान ऊर्जा मंत्री श्री तोमर आम नागरिकों से अपील कर रहे हैं कि ग्वालियर शहर को स्वचछ, सुंदर बनाना है। इसके साथ ही आम लोगों को पानी, बिजली बचाने के लिये प्रेरित करना भी है। गंदे पानी से निजात हेतु सभी लोग अपने घरों के नल में टोंटी अवश्य लगाएँ, इसका संदेश भी दे रहे है। खास बात ये है कि ऊर्जा मंत्री ने पद यात्रा के दौरान ठेले और सड़क पर रोजगार कमाने वाले लोगों से भी मुलाकात की उनकी समस्या पूछी। इसी दौरान ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर यहाँ एक नाश्ते के ठेले पर रुक गए और उन्होंने वहाँ मालपुए खाये।

ऊर्जा मंत्री की पद यात्रा में अलग नजारे, कहीं मालपुए खाये तो वहीं बुजुर्ग महिला के पैरों में रखा सिर

मंत्री जब आगे बढे तो एक बुजुर्ग महिला ठेला दुकानदार के पास रुक गए उन्होंने बुजुर्ग महिला से उसका हालचाल जाना और उन्हें जब मालूम चला कि महिला को वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिलती तो उन्होंने नगर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा से तत्काल पेंशन शुरू करने के निर्देश दिये। ऊर्जा मंत्री ने अपनी विधानसभा के ज्यादातर हिस्सों में पद यात्रा की और जन चौपाल भी लगाई।

ऊर्जा मंत्री की पद यात्रा में अलग नजारे, कहीं मालपुए खाये तो वहीं बुजुर्ग महिला के पैरों में रखा सिर


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News