भोपाल। अल्तमश जलाल।
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ा दांव चलने वाली है। जिससे बीजेपी को तगड़ा झटका लग सकता है। विधानसभा चुनाव में 114 सीटें जीतने के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकी उभरी कांग्रेस बहुमत से सिर्फ दो सीट दूर है। ऐसे में उसे अन्य दलों के समर्थन से सरकार चलाना पड़ रही है। मुख्यमंत्री सरकार से अल्पमत का तमगा हटाना चाहते हैं। इसलिए उनकी निगाहें और लक्ष्य सिर्फ सरकार को बहुमत के आंकड़े तक पहुंचाना है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के दो विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं। पार्टी उन्हें लोकसभा चुनाव का टिकट दे सकती है।
फिलहाल कांग्रेस के पास 114 सीटें हैं वहीं विपक्षी पार्टी बीजेपी के पास 109 विधायक हैं। ऐसे में कांग्रेस को निर्दलीय, सपा और बसपा से समर्थन मिला है। लेकिन इन दलों के विधायक सरकार पर मंत्री पद देने का दबाव लगातार बना रहे हैं। इसके साथ ही उनकी मांग पूरी नहीं किए जाने पर समर्थन वापसी की धमकी भी देते रहे हैं। इन से निपटने के लिए कमलनाथ ने एक खास प्लान तैयार किया है। कांग्रेस अपने टिकट पर बीजेपी के दो विधायकों को लोकसभा का टिकट देकर चुनावी रण में उतार सकती है। अगर कांग्रेस की ये रणनीति कामयाब होती है तो बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है। उसके कुल विधायकों की संख्या में से दो विधायक कम हो जाएंगे साथ ही अगर ये दोनों उम्मीदार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ते हैं और जीत जाते हैं तो प्रदेश की दो सीटें खाली हो जाएंगी। जिससे कांग्रेस को लाभ पहुंचेगा।
फिलहाल कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से दो सीट दूर है। सपा और बसपा विधायक कांग्रेस सरकार पर लगातार दबाव बना रहे हैं। कांग्रेस को सरकार में आए एक महीना हुआ है लेकिन बसपा विधायक कई बार तीखे तेवर दिखा चुकी हैं। वहीं, कांग्रेस के ही बागी नेता जो अब विधायक हैं वह भी पार्टी पर दबाव बना रहे हैं। इसलिए इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए कमलनाथ सरकार जल्द ही एक ऐसा दांव चलने वाली है जिससे सब चित हो जाएंगे।
दिग्विजय सिंह ने दिए थे संकेत
हाल ही में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसके संकेत दिए थे कि उनके संपर्क में भाजपा के कुछ विधायक हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी कई बार यह कह चुके हैं कि भाजपा के कुछ विधायक उनसे संपर्क साध रहे हैं उन्होंने ताजा बयान में भी यही बात दोहराई है और कहा है कि बीजेपी के कई बड़े नेता लगातार हमारे संपर्क में है वह सब कांग्रेस में आना चाहते हैं यह बात उन्होंने पूर्व कृषि मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं के सवाल के जवाब में कही थी।
जबलपुर या फिर खजुराहो से हो सकते हैं उम्मीदवार
बीजेपी विधायक फिलहाल कांग्रेस के संपर्क में हैं। पार्टी इन्हें अपने टिकट पर जबलपुर या फिर खजुराहो लोकसभा संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित कर सकती है। यही नहीं कांग्रेस ने इन दोनों विधायकोंं को लक्ष्य दिया कि वह अन्य बीजेपी विधायकों को भी कांग्रेस में शामिल हेने के लिए मनाएं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी महाकौशल के एक और विधायक पर डोरो डाल रही है। संभवत: वह भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस इस विधायक को भी लोकसभा टिकट देने की फिराक में है। केंद्र में किसक दल की सरकार बहुमत से आएगी ये कहना मुश्किल है। बीजेपी नेता लगातार ये बयान दे रहे हैं कि लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव से लेकर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान कमलनाथ सरकार को लंगड़ी सरकार बता चुके हैं। ये बात कुछ हद तक सही भी है कि अगर केंद्र में मोदी सरकार दोबारा आती है तो प्रदेश में अल्पमत सरकार चलाना आसान नहीं होगा। ऐसा कुछ होने से पहले ही कांग्रेस नेता विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा हासिल करना चाहते हैं। जिससे उन्हें बाद में सरकार चलाने में किसी तरह के डर और धमकी का सामना नहीं करना पड़े।