क्या आपको भी है जरूरत से ज्यादा खाने की आदत, तो हो जाइए सावधान!

Gaurav Sharma
Published on -

हेल्थ, डेस्क रिपोर्ट। फूडी होना अलग बात है और पेट भरने के बाद भी खाते चले जाना एक अलग बात है। फूडी तो वो हुए जिन्हें खाने का शौक होता है, जो हर नई चीज को खाने से कतराते नहीं बल्कि उसका मजा लेते हैं। वहीं ज्यादा खाने की आदत यानि ऐसी आदत जिसमें आपको जो मिला आप खाते चले जाते हैं, बिना ये सोचे कि आपका पेट भर चुका है।

15 दिसंबर से शुरू होगी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें, हालांकि कुछ देशों की उड़ान पर प्रतिबंध रहेगा जारी

पर खाना सिर्फ इसलिए क्योंकि वो चीज आपके सामने रखी है? अगर, आपको भी ऐसी कोई आदत है तो सावधान होने का वक्त आ चुका है। ये जान लीजिए की इस आदत के लिए फूडी, चटोरे जैसे शब्द बहुत छोटे हैं दरअसल ये एक तरह की समस्या है जिसका सीधा कनेक्शन आपके मानसिक स्वास्थ्य से भी हो सकता है।

ऐसे पहचानें खाने की लत

आपके खाने की लत सामान्य है या असामान्य है उसे कुछ ऐसे समझें। मान लीजिए आप कुछ खाना शुरू करते हैं और जब तक वो खाना खत्म नहीं होता आप रूकते नहीं हैं। इस केस में यह भी देखा गया है कि अगर खाना निश्चित वक्त पर न मिले तो भी चिड़चिड़ापन होने लगता है। मानसिक रोग विशेषज्ञ मानते हैं कि ज्यादा तनाव में लोगों को ज्यादा खाने की लत लग जाती है, यानि आप बिना भूख के भी खाते चले जा रहे हैं, तो ये किसी तनाव की वजह से भी हो सकता है। इस आदत का स्तर मापने के लिए येल फूड एडिक्शन स्केल का उपयोग किया जाता है।

कितनी सामान्य है ये लत?

जरूरत से ज्यादा खाना खाना सामान्य कैसे हो सकता है? किसी प्रिय भोजन को देखकर खाते रहने का मन करे तो बात अलग है पर, बिना बात के खाते चले जाना गंभीर अवस्था का ही संकेत है। एक रिपोर्ट के मुताबिक छह में से एक व्यक्ति इस लत का शिकार होता है, जो खुद को खाने देखकर रोक नहीं पाता है। ऐसा सबसे ज्यादा जंक फूड के साथ होता है।

GOOD NEWS: कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर, फिर बढ़ेगा 3% महंगाई भत्ता! यहां समझें कैलकुलेशन

इसलिए ये पहचान करना जरूरी है कि ये आदत कहीं आपको तो नहीं है। इसे जांचने के लिए अपनी मीठा खाने की आदत और कुछ टेस्टी खाने की ललक पर गौर करें। अगर आप बिना रूके और नियमित रूप से इस तरह की वस्तुओं का सेवन कर रहे हैं तो हो सकता है कि आप भी इस लत के शिकार हों।

SSC CGL 2020 Tier-1 Result : कर्मचारी चयन आयोग ने किया परिणाम जारी, यहाँ देखें लिस्ट

क्या है उपचार?

इस लत से उभरने के लिए जरूरी है कि सबसे पहले अपनी डाइट को नियमित करें। जो भी रूटिन आप बनाएं उस पर स्ट्रिक्ट रहें, एक्सरसाइज करने की आदत जरूर डालें, क्योंकि यही आदत आपको अनियमित डाइट हैबिट से बचा सकती है। एक हैल्दी शेड्यूल में आने के बाद अपने आप रूटिन खराब करने का मन नहीं होगा। हो सके तो किसी डाइट एक्सपर्ट की मदद भी लें, जो आपके रूटिन पर नजर रखे।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News