हेल्थ, डेस्क रिपोर्ट। आपके घर में दादी, नानी या कोई और बुजुर्ग हों तो उनसे अक्सर हल्दी वाला दूध पीने की सलाह जरूर मिली होगी। हल्दी मिले दूध को हीलर माना जाता है यानि शरीर के अंदर सेल्स को जो कुछ नुकसान हुआ होगा किसी चोट या रोग से तो उसकी भरपाई कर सकता है हल्दी वाला दूध। इसी गुण की वजह से हल्दी वाले दूध को गोल्डन मिल्क भी कहा जाता है।
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अक्सर देखा गया है कि हल्दी वाले दूध को रात में गुनगुना पीने की सलाह दी जाती है और इतना ही नहीं कोरोना काल के बाद अब ओमिक्रॉन के खिलाफ भी हल्दी वाले दूध को एक औषधी माना जाता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं और इन बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं। खासतौर से सर्दियों में ये दूध पीने की सलाह दी जाती है। आप भी इस दूध को पीकर अपनी इम्यूनिटी बढ़ाना चाहते हैं तो इसे बनाने के सही तरीके जान लीजिए ताकि आपको इसका पूरा पोषण मिल सके।
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रोज हल्दी वाला दूध पीने के फायदे
दूध वैसे ही अपने गुणों के चलते कंप्लीट फूड कहलाता है। इसमें कैल्शियम के अलावा विटामिन ए, बी 2, बी 12, डी भरपूर होते हैं साथ ही जिंक, पोटैशियम और फॉस्फोरस जैसे मिनरल्स भी खूब होते हैं। हल्दी इस दूध के पोषण में और इजाफा करती है, इसके एंटी इनफ्लेमेटरी गुण रिकवरी को तेज कर देते हैं।
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बनाने का सही तरीका
हल्दी वाला दूध बनाने के लिए अक्सर लोग दूध गर्म करते हैं, एक चुटकी हल्दी डालते हैं और पी जाते हैं जबकि ये तरीका पूरा पोषण नहीं देता। हल्दी वाला दूध बनाने के लिए हल्दी के साथ साथ काली मिर्च डालना भी जरूरी होता है। हल्दी में एक तत्व होता है करक्यूमिन इसे बॉडी तब ही एब्जॉर्ब करती है जब पिपरिन मिलता है। बता दें पिपरिन नाम का तत्व काली मिर्च से ही मिलता है, इसलिए हल्दी वाला दूध बनाते समय उसमें चुटकी भर पिसी काली मिर्च जरूर डालें। ये दूध फीका पी सकें तो समझिए बहुत फायदेमंद है, फीका न पीते बने तो गुड़ डालना बेहतर है, इससे भी बात न बनती हो तो शक्कर डाल सकते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा फायदा इसे फीका पीने से ही होगा। अगर कच्ची हल्दी वाला दूध पी रहे हों तो इसे अदरक की तरह किसें फिर दूध में डालें।