सर्दी का सुपरफूड मटर, पर जरूरत से ज्यादा खाने पर हो सकते हैं ये नुकसान।

Gaurav Sharma
Published on -

हेल्थ, डेस्क रिपोर्ट। सर्दियों में हरी हरी मटर नजर आती है तो उन्हें खाने से हाथ रूक ही नहीं पाता, मटर छीलते छीलते ही कई दानें गोल हो जाते हैं जो बचे वो सब्जी, पराठें, कचोड़ी किसी भी अंदाज में खाने का जायका बढ़ा ही देते हैं। मटर के गुणों के चलते उसे सर्दियों का सुपरफूड भी कहा जाता है।

MP में एक्टिव केस 130 पार, इन जिलों में सख्ती बढ़ाई, CM बोले- आने वाले संकट की आहट

मटर में फाइबर्स, एंटीऑक्सीडेंट्स काफी अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं जिस वजह से वो ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल पर काबू रखता है। साथ ही इसमें ए, ई, डी और सी विटामिन भी अच्छी मात्रा में होते हैं। पर, वो कहते हैं कि अति हर चीज की बुरी होती है।अगर आप जरूरत से ज्यादा मात्रा में मटर खाते हैं तो इसके कुछ साइडइफेक्टस भी आपको भुगतने पड़ सकते हैं।

कांग्रेस नेता पर घर में घुसकर मारपीट, एक करोड़ रुपये की मांग करने का मामला दर्ज

विटामिन के का स्तर

मटर में विटामिन के भरपूर मात्रा में होता है। ये विटामिन शरीर में अगर नियंत्रित मात्रा में है तो केंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है और बोन्स को मजबूत करता है। हालांकि इसका ज्यादा होना शरीर को नुकसान भी पहुंचाता है। विटामिन के की शरीर में ज्यादा मात्रा खून पतला कर देती है, जिसकी वजह से घाव से देर तक खून निकल सकता है। साथ ही इससे पेट में जुड़ी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं।

गठिया में नुकसानदायी

हरी मटर में विटामिन डी भी होता है जो हड्डियों के लिए जरूरी है। इस विटामिन डी को एब्सॉर्ब करने में कैल्शियम ज्यादा लग सकता है। ऐसे में शरीर में कैल्शियम कम होता जाता है और यूरिक एसिड में इजाफा होता है। मटर खाने में अति करने से ऐसी स्थिति बनती है तो गठिया रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। विटामिन डी होने के बावजूद मटर का जरूरत से ज्यादा सेवन हड्डियां कमजोर करने लगता है।

वजन भी बढ़ेगा

मटर यूं तो प्रोटीन का अच्छा सोर्स है लेकिन जरूरत से ज्यादा खाने पर मटर प्रोटीन से ज्यादा फैट बढ़ाता है। सीमित मात्रा में खाई गई मटर के फाइबर्स वजन घटाने में मददगार होते हैं, लेकिन मटर के ज्यादा सेवन से असर उल्टा ही नजर आता है। पाचन में भारी पड़ने वाली मटर वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो जाती है।

गैस और भारीपन

मटर खाने से भारीपन लगने लगता है। कुछ स्टडीज में ये दावा भी किया गया है कि मटर में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स अलग दिक्कतें पैदा कर सकते हैं। मटर खाने की अति आपके डाइजेश को तो बिगाड़ ही सकती है, हो सकता है पेट में सूजन की शिकायत भी हो जाए। इसलिए मटर को संतुलित मात्रा में खाने ही फायदेमंद होगा।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News