5 पिल्लों की मां बनी कुतिया, जश्न में गांव वालों ने 2 हजार लोगों को दिया न्यौता

Gaurav Sharma
Published on -

सतना, डेस्क रिपोर्ट। क्या आपने कभी जानवर द्वारा बच्चों को जन्म देने पर जश्न मनाते देखा या सुना है। शायद नहीं, लेकिन सतना जिले (Satna district) में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां पर कुत्ते (dogs) और इंसान (Human) के बीच अनूठा प्रेम देखने को मिला। जहां जूली (Julie) नामक एक पालतू कुतिया (Pet Doggie) ने 5 पिल्लों (Puppies) को जन्म दिया है। जिसके बाद से क्या था, पूरा गांव में खुशी से झूम उठा। इस दौरान लोगों ने डीजे पर डांस (Dance on dj) किया, साथ ही दावत भी रखी। जिसमें 12 गांव से करीब 2000 लोग शामिल हुए।

डॉगी ने दिया 5 पिल्लों को जन्म, तो गांव में जश्न का माहौल

आप लोगों को यह खबर कुछ अटपटी लग रही होगी, लेकिन यह सच में सतना जिले (Satna district) के खोही गांव (Khohi Village) में हुआ है। जहां पर एक पालतू कुतिया (Pet Doggie) ने 5 बच्चों को जन्म दिया, जिसके बाद गांव वालों ने बरहौ संस्कार व प्रीतिभोज (Party) के साथ डांस (Dance), संगीत कार्यक्रम का आयोजन (Concert organized) किया। इसके लिए बकायदा आमंत्रण कार्ड (Invitation card) छपवाया गया था। जिस कार्ड में लिखा हुआ है कि ‘श्री कामतानाथ महाराज जी की असीम अनुकंपा से हमारी प्यारी जूली (कुतिया) को पांच पुत्र रत्नों की प्राप्ति के उपलक्ष में बरहौ संस्कार व प्रीतिभोज (Party) एवं नृत्य, संगीत कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 26 जनवरी 2021 दिन मंगलवार को होना सुनिश्चित हुआ है। जिसमें आप सादर आमंत्रित हैं। कृपया पधारकर हमें अनुग्रहित करें।’

12 गांव से करीब दो हजार लोग हुए शामिल

छपवाए गए कार्ड के अनुसार 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन गांव में सामूहिक भोज का आयोजन (Mass feast organized in the village) किया गया। जिसमें करीब 12 गांव से लोग पधारे हुए थे। इस दौरान बैंड-बाजा और घोड़ों को भी लाया गया था। जहां सभी लोगों ने मिलकर सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्वल्पाहार और प्रतिभोज का आनंद उठाया। इस कार्यक्रम में करीब 2000 लोग शामिल हुए थे। जहां नवजात पिल्लों (Newborn puppies) के शुभ आशीष के लिए रखा गया कार्यक्रम लंबे दौर तक चलता रहा।

ये है जश्न की वजह

इस जश्न के पीछे का अर्थ गांव वालों ने बताया कि एक समय पूरे गांव में अन्न का अकाल पड़ गया था। जिसके बाद गांव के कुत्तों ने भगवान गैबीनाथ से प्रार्थना की। जिसके बाद से गांव का अकाल दूर हो गया। तभी से पूरे गांव के लोग कुत्तों से बेहद प्यार करते हैं। बता दें कि खोही गांव निवासी मुस्तफा खान के यहां पालतू कुतिया ने पांच पिल्लों को जन्म दिया। इसी उपलक्ष्य पर मुस्तफा खान, उमेश पटेल और आरके कुरीले ने कार्यक्रम का आयोजन किया है।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News