General Knowledge: उत्तर प्रदेश राज्य एक ऐसा राज्य है जिसे “चीनी का कटोरा” के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि इसे शकर का कटोरा क्यों कहा जाता है? दरअसल इसे इस नाम का सम्मान इसलिए मिला है क्योंकि यहां की खेती में गन्ने की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में गन्ने की खेती प्रमुख उत्पादक के रूप में मानी जाती है। आंकड़ों की बात की जाए तो साल 2014 तक देश में गन्ने उत्पादन में इसकी लगभग 39 फीसदी तक हिस्सेदारी थी।
गन्ने के लिए उपयुक्त:
दरअसल उत्तरप्रदेश के प्रमुख शहरों में गन्ने की खेती की जाती है। सहारनपुर, बुलंदशहर, मेरठ और बरेली गन्ने की खेती के प्रमुख केंद्र हैं। यहां की मिट्टी, जलवायु और खेती के तरीके गन्ने के लिए उपयुक्त होते हैं, जिससे इस राज्य में गन्ने की उच्च उत्पादन होती है।
अन्य फसलों की भी खेती:
हालांकि उत्तर प्रदेश के कृषि क्षेत्र में गन्ने की खेती के अलावा अन्य फसलों की खेती भी होती है, जैसे की चावल, गेहूं, मक्का आदि। यहां की कृषि उत्पादनता को बढ़ाने में सरकारी योजनाएं भी सहायक होती हैं जो कृषि विकास को प्रोत्साहित करती हैं। दरअसल गन्ने की खेती का प्रमुख केंद्र होने के चलते उत्तरप्रदेश को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिली हैं।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर से भी सम्पन्न राज्य है। यहां के प्रमुख शहरों में से कई ऐतिहासिक स्थल हैं जो पर्यटकों की आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं।