Raksha Bandhan 2022 : इन वस्तुओं के बिना अधूरी है पूजा की थाली, जानें तीन गांठ से राखी बांधने का महत्व

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। रक्षाबंधन (Raksha bandhan) का त्योहार आने को है और इसे लेकर तैयारियां जोर शोर से जारी है। राखी, गिफ्ट्स, कपड़े, मिठाईयां खरीदी जा रही है। बहनें भाई के लिए सबसे अच्छी राखी चुन रही है तो भाई बेहतरीन तोहफे ले रहे हैं। लेकिन इस सबके बीच सबसे जरुरी बात भूल न जाएं कहीं। रक्षाबंधन में शुभ मुहूर्त पर राखी बांधनी है ये तो हम सबको पता है..लेकिन राखी कैसे बांधनी चाहिए, पूजन थाली में क्या क्या सामग्री होनी चाहिए ये भी ध्यान देने वाली बात है। अपनी पूजा की थाली सजाते समय इन सामग्री को याद से उसमें शामिल करें।

Raksha Bandhan 2022 : भूलकर भी न बांधे भद्रकाल में राखी, हो सकता है अनिष्ट, देखिये मुहूर्त

  • रोली या तिलक – राखी बांधने से पहले भाई के माथे पर तिलक लगाया जाता है। ये हमारी परंपरा है कि शुभ कार्य का प्रारंभ तिलक लगाकर करते हैं। तिलक देवी लक्ष्मी का प्रतीक है और मान्यता है कि इससे सुख समृद्धि आती है। अपनी पूजा की थाली में तिलक जरुर रखे।
  • अक्षत – तिलक के साथ अक्षत या चावल भी लगाया जाता है। ये अखंड चावल होना चाहिए, चावल का दाना टूटा न हो।
  • चंदन – भाई के माथे पर चंदन का तिलक करने से श्रीगणेश और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। कहा जाता है कि इससे भाई किसी भी गलत दिशा में नहीं भटकते।
  • दीपक – रक्षाबंधन पर बहनें भाई की आरती भी उतारती हैं। इसके लिए एक दीपक रखें और उसमें घी से बाती जलाएं।
  • रुमाल – राखी बांधते समय अपने भाई के सिर पर रुमाल रखें और अपना सिर भी ढंके। खुले सिर से राखी नहीं बांधनी चाहिए।
  • राखी – निश्चित तौर पर राखी के बिना ये थाली सज ही नहीं सकती। अपनी पसंद की राखी चुनें। भाई के अलावा घर के अन्य सदस्यों को भी राखी बांधें। सबसे पहले पूजाघर में ईश्वर को राखी समर्पित करनी चाहिए।
  • तीन गांठों से बांधे राखी – मान्यतानुसार राखी बांधते समय इसमें तीन गांठ लगाना शुभ होता है। तीनों गांठों का संबंध ब्रह्मा, विष्णु और महेश से माना जाता है और हर गांठ इन्हें समर्पित होती है। पहली गांठ भाई की लंबी उम्र, दूसरी गांठ अपनी दीर्घायु और तीसरी गांठ भाई-बहन के पवित्र रिश्ते की दीर्घायु के लिए बांधी जाती है।
  • मिठाई – राखी बांधने का बाद भाई का मुंह मीठा कराया जाता है। थाली में कोई मिठाई रखें, ये घर पर बनी भी हो सकती है और आप इसे बाजार से भी खरीद सकते हैं।
  • गहना या सिक्का – पूजा की थाली को कोरी नहीं रखना चाहिए। कहा जाता है कि इसमें एक सिक्का या फिर सोने या चांदी का गहना रखना चाहिए।
  • इस मंत्र का जाप करें – भाई को राखी बांधते समय इस मंत्र का जाप करें “ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामभि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल”

About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।