National Tourism Day 2024 : भारत में 25 जनवरी का दिन राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के तौर पर मनाया जाता है। बता दें कि टूरिज्म से भारत की अर्थव्यवस्था को सर्वाधिक लाभ मिलता है। यह देश की GDP बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। भारत के हर राज्य में पूरब से लेकर पश्चिम, उत्तर से लेकर दक्षिण तक किसी भी कोने में पर्यटन स्थलों की कमी नहीं है। यहां आपको समुद्र का किनारा से लेकर पहाड़ों की वादियां, मंदिर से लेकर बड़े-बड़े ऐतिहासिक किले मिल जाएंगे, जहां केवल देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग घूमने के लिए आते हैं। इससे जानकारी में भी वृद्धि होती है क्योंकि किताबों में पढ़ी गई चीजों को यदि सामने से जाकर देखेंगे, उसके इतिहास को जानेंगे, तो वह आपको लाइफटाइम याद रहता है। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ट्वीट कर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको इस दिन का इतिहास और इस साल की थीम के बारे में बताते हैं…
CM यादव ने किया ट्वीट
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मध्य प्रदेश जिसे ‘देश का दिल’ कहा जाता है जोकि समृद्धि से भरा राज्य है। यहां की भौगोलिक विविधता, सांस्कृतिक धरोहर लोगों को अपनी ओर खींचता है। यहां पर आप धार्मिक स्थल, वन्य अभ्यारण और आदिवासी संस्कृतियों का संगम देख सकते हैं।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। भौगोलिक विविधता और सांस्कृतिक विरासत वाला भारत, समूचे विश्व को अपनी ओर आकर्षित करता है।
धार्मिक, प्राकृतिक और ऐतिहासिक स्थलों के गढ़ मध्यप्रदेश में भी आप असीम शांति और अविस्मरणीय आनंद का अनुभव करेंगे । मध्यप्रदेश पधारें एवं… pic.twitter.com/QsguY1PNtq
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 25, 2024
थीम
बता दें कि इस साल का थीम “स्टेबल जर्नी, टाइमलेस मेमोरी” है। इस थीम का मुख्य उद्देश्य स्थायिता और समर्पण के माध्यम से पर्यटन के महत्व को प्रमोट करता है जो भारतीय सांस्कृतिक को समझाता है, जिससे पर्यटन का अनुभव करने वाले लोग अपनी यात्रा को हमेशा याद रख सकते हैं।
महत्व
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का मुख्य उद्देश्य भारतीय पर्यटन के महत्व को बढ़ावा देना है। बता दें कि पर्यटन द्वारा समृद्धि को बढ़ाने के साथ-साथ इससे लोगों को विभिन्न स्थानों की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर से उनकी जागरूकता भी बढ़ती है। जिसके माध्यम से रोजगार भी मिलती है।
इतिहास
साल 1948 में पर्यटन यातायात समिति की शुरुआत हुई। जिसके बाद साल 1951 में चेन्नई में पर्यटन दिवस के क्षेत्रीय कार्यालयों की स्थापना हुई। फिर दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में भी पर्यटन कार्यालयों की स्थापना हुई। वहीं, साल 1998 में पर्यटन और संचार मंत्री के नेतृत्व में पर्यटन विभाग की स्थापना हुई, जो भारतीय पर्यटन को संवर्धन करने और उसे विश्व भर में प्रमोट करने का कार्य करता है।