गुड़हल के पौधों में हर दिन खिलेंगे भर-भर के फूल, बस किचन के कचरे को करें इस तरह इस्तेमाल

Plant Care: गुड़हल के पौधों में हर दिन भर-भर के फूल खिलाने के लिए आपको किचन के कचरे का सही इस्तेमाल करना होगा। इन्हें पौधों की जड़ों में डालने से न केवल उनकी वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि फूलों की संख्या भी बढ़ जाएगी।

भावना चौबे
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Plant Care: जिन लोगों को गार्डनिंग करने का शौक होता है वह लोग अपने घर में तरह-तरह के पौधे लगाते हैं। जिन लोगों के घर में ज्यादा जगह होती है वह लोग अपने घर का एक हिस्सा गार्डन के रूप में तब्दील कर देते हैं तो वहीं जिन लोगों के घर में ज्यादा जगह नहीं होती है वह लोग अपने घर की बालकनी या फिर छत पर तरह-तरह के पौधे लगाते हैं।

रंग बिरंगे फूलों वाले पौधे लगभग सभी लोगों को पसंद होते हैं। इन्हीं फूलों वाले पौधों में से एक है, गुड़हल का पौधा। गुड़हल के फूल बेहद ही सुंदर लगते हैं और यह सिर्फ सुंदर ही नहीं है बल्कि हिंदू धर्म में इनका महत्व भी बहुत ज्यादा है। मां दुर्गा को यह फूल बेहद ही प्रिय है और इन्हें लगभग हर घर में लाल फूल के नाम से जाना जाता है।

गुड़हल का पौधा (Hibiscus care)

लेकिन कई लोगों की यह शिकायत रहती है, कि गुड़हल के पौधे में फूल नहीं खिल रहे हैं या फिर फूलों का खिलना कम हो चुका है। क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है। दरअसल, इसका मुख्य कारण हो सकता है कि पौधे को पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिल पा रहे हो, जिस तरह इंसान के शरीर को पोषक तत्वों की जरूरत होती है और अगर पोषक तत्व की कमी हो जाती है तो इंसान बीमार पड़ने लगता है। ठीक उसी तरह जब पौधों में पोषक तत्वों की कमी होती है, तो पौधे भी बीमार पड़ने लगते हैं और मुरझा जाते हैं।

सब्जियों के छिलके का इस्तेमाल

आमतौर में रसोई घर में इस्तेमाल किए जाने वाले सब्जियों के छिलके को फेंक दिया जाता है। क्योंकि लोग इन्हें कचरा समझते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही कचरा पौधों के लिए सोने की तरह काम करता है। हम बात कर रहे हैं, प्याज के छिलकों की प्याज के छिलकों में कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पौधों की सेहत के लिए अत्यंत फायदेमंद होते हैं।

प्याज के छिलके

आप प्याज के छिलके को खाद की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं। जब आप प्याज के छिलकों का खाद बनाकर गुड़हल के पौधों में डालेंगे तो इससे न केवल पौधों की जड़ों को पोषण मिलेगा। बल्कि आपके गुड़हल का पौधा फूलों से लद जाएगा।

कैसे बनाएं प्याज़ के छिलकों से खाद

सबसे पहले आपको चार से पांच मुट्ठी प्याज के छिलके इकट्ठा करने हैं। इन सैनिकों को 1 लीटर ठंडे पानी में मिलाकर 2 दिन के लिए ढककर रख दें। इस घर के बाहर ही रखें वरना घर में दुर्गंध फैल सकती है। 2 दिन के बाद इस पानी से प्याज के छिलके को निकाल लें और उसे गुड़हल के पौधों की जड़ों में डाल दें। इसके बाद जड़ के पास वाली मिट्टी को चाकू या फिर किसी भी टूल की मदद से ढीला कर ले ताकि प्याज का पानी मिट्टी के अंदर अच्छे से पहुंच सके।

केले के छिलके

हम अक्सर केला खाकर उसके छिलके को कचरा समझ कर फेंक देते हैं लेकिन यह जानना बेहद जरूरी है कि केले के छिलके में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो पौधों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं। केले के छिलके को खाद बनाकर गुड़हल के पौधे में इस्तेमाल करने से हम उसे भरपूर फूलों से लाद सकते हैं।

केले के छिलके में मौजूद मैग्नीशियम पौधों में मजबूती को बढ़ाता है। जबकि फास्फोरस फूलों के विकास के साथ-साथ जोड़ों को भी मजबूत बनाता है। सबसे खास बात यह है कि किले में सबसे अधिक कैल्शियम होता है, जो गुड़हल के पौधों को कई रोगों से सुरक्षित रखने में मददगार साबित होता है। इस तरह केले के छिलके को फेंकने की बजाय पौधों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

कैसे बनाएं केले के छिलकों से खाद

इसे बनाने के लिए सबसे पहले कुछ केले के छिलके खट्टा करें और किसी बड़े बर्तन में लगभग 1 लीटर पानी भरें। अब इसमें केले के छिलके डाल दें और इसे कम से कम एक हफ्ते के लिए ऐसे ही रहने दें। एक हफ्ते के अंदर छिलके गाल जाएंगे और यह एक लिक्विड खाद के रूप में तैयार हो जाएगा। खाद डालने के बाद पौधे के पास थोड़ी मात्रा में पानी भी डालें।

 


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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