Planting Tips: मानसून में लगाएं ये 3 पौधे, साल भर रहें हरे-भरे और खिले-खिले

Planting Tips: मानसून का मौसम न सिर्फ ठंडी हवाओं और बारिश का आनंद लेने का होता है, बल्कि यह घरों को हरा-भरा बनाने का भी बेहतरीन समय होता है। मानसून के दौरान कई ऐसे पौधे होते हैं जो आसानी से उग जाते हैं और कम देखभाल की आवश्यकता होती है। यहां 5 ऐसे पौधों की सूची दी गई है जो आप मानसून में लगा सकते हैं।

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Planting Tips: मानसून का आगमन प्रकृति के कायाकल्प का प्रतीक है। बारिश की बूंदों के साथ ही हरियाली चारों ओर फैल जाती है और फूलों के रंग बगीचों को जीवंत कर देते हैं। हालांकि, सभी फूल बारिश के इस मौसम का सामना नहीं कर पाते हैं। कुछ खास प्रजातियां होती हैं जो इस मौसम में खिलकर अपनी सुंदरता बिखेरती हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ खूबसूरत फूलों के बारे में जो मानसून के दौरान अपनी महक और रंगों से दिल जीत लेते हैं।

मानसून में लगाएं ये 3 पौधे

मधुमालती बेल

मधुमालती बेल एक ऐसा अद्वितीय पौधा है जिसे मानसून के दौरान लगाना सबसे उचित होता है। यह पौधा धीरे-धीरे बढ़कर एक बड़ा और आकर्षक आकार ले लेता है, जो बगीचे की शोभा बढ़ाता है। इस पौधे के फूल रंग-बिरंगे होते हैं, जिनमें लाल, सफेद, और गुलाबी रंग प्रमुख हैं। उनकी मनमोहक खुशबू बगीचे को महकाती है और वातावरण को ताजगी से भर देती है। मधुमालती बेल को अपने बगीचे में लगाने से न केवल आपके गार्डन की सुंदरता में चार चाँद लगेंगे, बल्कि यह आपकी मानसिक शांति और प्रसन्नता के लिए भी अनुकूल होगा।

मधुकामिनी

मधुकामिनी, मोगरे का एक करीबी रिश्तेदार है, जो दिखने में तो थोड़ा अलग लगता है, लेकिन अपनी सुगंध और खूबसूरती से किसी भी बगीचे को सजा सकता है। मोगरे के समान सफेद रंग के फूलों वाला यह पौधा थोड़ा बड़ा होता है और इसकी पत्तियां भी थोड़ी मोटी होती हैं। इसकी खुशबू मोगरे जैसी तीखी नहीं होती, बल्कि एक हल्की और मनमोहक सुगंध बिखेरती है। मधुकामिनी एक सदाबहार पौधा है, जो पूरे साल हरा-भरा रहता है। मानसून का मौसम इसकी रोपाई के लिए सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि इस मौसम में पर्याप्त बारिश और नमी पौधे की तेज़ी से वृद्धि के लिए अनुकूल होती है। हालांकि, ध्यान रखें कि बारिश के मौसम में पौधों को अधिक पानी लगने का खतरा होता है, इसलिए जलभराव से बचने के लिए उचित जल निकासी वाली मिट्टी का चुनाव करना ज़रूरी है।

गुलमेहंदी

गुलमेहंदी, जिसे रोज़मेरी भी कहा जाता है, न केवल अपनी सुगंध और स्वाद के लिए जाना जाता है, बल्कि यह बारिश के मौसम में भी एक बेहतरीन पौधा है। यह दो महीने में ही बढ़ने लगता है और अपनी तेज़ी से वृद्धि के लिए जाना जाता है। लेकिन, गुलमेहंदी को अच्छी तरह से विकसित होने के लिए धूप की भी आवश्यकता होती है। इसलिए, इसे ऐसी जगह लगाना सुनिश्चित करें जहां इसे भरपूर धूप मिले। गुलमेहंदी के अलावा, आप बारिश के मौसम में पुदीने और बेगोनिया जैसे अन्य पौधे भी लगा सकते हैं। ये सभी पौधे इस मौसम में तेज़ी से बढ़ते हैं और आपके बगीचे को रंगों और खुशबू से भर देते हैं।

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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