Planting Tips: घर में पौधे लगाने का शौक सभी को होता है। कुछ लोग अपने घर का एक हिस्सा गार्डन के रूप में तब्दील कर देते हैं तो वहीं कुछ लोग घर की बालकनी और छत पर तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूलों वाले पौधे लगाते हैं। सभी की यही चाहत होती है कि उनके लगाए गए पौधे हमेशा हरे-भरे रहे और हमेशा रंग-बिरंगे फूल खिलते रहे। लेकिन कभी कभार हमारी ही कुछ गलतियों की वजह से पौधे मुरझाने लगते हैं और सुख जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि सही तरह से पौधों की देखभाल कैसे की जाती है? अगर नहीं तो आज हम आपको इस लेख में विस्तार से बताएंगे कि आप अपने घर में लगाए गए पौधों की किस तरह अच्छे से देखभाल कर सकते हैं? यहां देखभाल करने का यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि आप बाजार में मिलने वाले महंगे-महंगे फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करें। बल्कि अपने पौधों की देखभाल करने के लिए आपको बाजार से कोई भी फर्टिलाइजर खरीदने की बिलकुल जरुरत नहीं है आप घर में ही कुछ प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करके फर्टिलाइजर तैयार कर सकते हैं, तो चलिए जानते हैं कि कैसे करें अपने पौधों की देखभाल।
कैसे करें पौधों की देखभाल
1. धूप का भरपूर फायदा
अपने पौधों को दिन में कम से कम 6 घंटे सीधी धूप दें। यदि संभव हो तो, उन्हें दक्षिण या पश्चिम की ओर वाली बालकनी में रखें जहां उन्हें अधिकतम धूप मिले।
2. उचित खाद और पानी
अपने पौधों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार उचित खाद और पानी दें। अधिकांश पौधों को महीने में एक बार अच्छी तरह से पानी देने और हर 2-3 महीने में एक बार खाद देने की आवश्यकता होती है। ध्यान रखें कि पौधों को ज़्यादा पानी न दें, जिससे जड़ें सड़ सकती हैं। यह भी सुनिश्चित करें कि आपके गमलों में जल निकासी के लिए छेद हैं।
3. छाछ
छाछ, जिसे मट्ठा भी कहा जाता है, दही से बना एक स्वादिष्ट और पौष्टिक पेय है। यह न केवल पीने में स्वादिष्ट है, बल्कि आपके बगीचे के लिए भी एक अद्भुत उर्वरक और कीटनाशक के रूप में काम करता है। यह मजबूत जड़ों और तनों के विकास में मदद करता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता और पानी के अवशोषण को बढ़ाता है। यह फूलों और फलों के उत्पादन को प्रोत्साहित करता है। यह हानिकारक कीटों और रोगों को नियंत्रित करने में मदद करता है। छाछ को पानी के साथ 1:1 अनुपात में मिलाकर पौधों को पानी दें। यह मिट्टी को पोषक तत्वों से समृद्ध करेगा और पौधों को स्वस्थ रहने में मदद करेगा। छाछ को पानी के साथ 1:3 अनुपात में मिलाकर पत्तियों पर स्प्रे करें। यह कीटों और रोगों को दूर रखने में मदद करेगा। छाछ को खाद ढेर में मिलाएं। यह खाद को पोषक तत्वों से समृद्ध करेगा और मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाएगा।
4. साबुन का स्प्रे
साबुन का पानी एक सुरक्षित और प्रभावी कीटनाशक है जिसका उपयोग आप अपने घरेलू पौधों पर कीटों और रोगों से बचाने के लिए कर सकते हैं। साबुन का पानी कीटों की बाहरी परत को नष्ट कर देता है, जिससे वे सूख जाते हैं और मर जाते हैं। यह रोगाणुओं और कवक के विकास को भी रोक सकता है। 5 लीटर पानी में 4 से 5 चम्मच लिक्विड सोप या हैंडवॉश मिलाएं। अच्छी तरह मिलाएं जब तक कि साबुन घुल न जाए। घोल को स्प्रे बोतल में भर लें। पौधों की पत्तियों और तनों पर सीधे स्प्रे करें। सुनिश्चित करें कि सभी सतह ढक जाएं। स्प्रे को सूखने दें। कीटों और रोगों के लक्षण दिखने पर नियमित रूप से स्प्रे करें।
5. नियमित छंटाई और देखभाल
मृत, क्षतिग्रस्त या पीले पत्तों को नियमित रूप से हटाकर अपने पौधों को स्वस्थ रखें। यह नई वृद्धि को प्रोत्साहित करेगा और आपके पौधे को अधिक आकर्षक बनाएगा। कीटों और बीमारियों के लिए अपने पौधों की नियमित जांच करें और यदि आवश्यक हो तो उपचार करें।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।