देश के ये 5 बड़े बैंक दे रहे लो इंटरेस्ट पर पर्सनल लोन, जानिए कितना चुकाना होगा ब्याज दर

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Personal Loan Interest Rate: इंसान को जब अधिक पैसे की जरूरत होती है तो वह बैंक से सिक्योर्ड लोन या पर्सनल लोन लेता है। वहीं पर्सनल लोन के लिए इंसान का क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए। जितना अच्छा क्रेडिट स्कोर होगा उतनी ही आसानी से लोन को अप्रूव कराया जा सकता है। इस लोन के लिए ब्याज दर महत्वपूर्ण होता है। ब्याज दर जितना कम होता है उतना ही अच्छा रहता है। वहीं अगर क्रेडिट स्कोर 750 से ज्यादा है तो पर्सनल लोन कम ब्याज दर पर मिल जाता है। आइए जानते हैं कि देश के बड़े बैंकों में पर्सनल लोन लेने पर कितने फीसदी दर से ब्याज चुकाना पड़ेगा।

बैंक ऑफ इंडिया (BOI)

अगर बैंक ऑफ इंडिया में पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं तो इस बैंक में ब्याज दर की शुरूआत 10.25 फीसदी से शुरू है। वहीं इस बैंक में 20 लाख रुपए का लोन 84 महीने की अवधि के लिए लिया जा सकता है।

बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB)

बैंक ऑफ बड़ौदा से पर्सनल लोन लेने पर यहां ब्याज दर 10.15 फीसदी से 12.80 फीसदी तक है। वहीं इस बैंक में 50 हजार से लेकर 20 लाख रुपए का लोन 48 महीनों से 60 महीनों  तक की अवधि के लिए दिया जा रहा है।

बैंक ऑफ महाराष्ट्र

बैंक ऑफ महाराष्ट्र में पर्सनल लोन की शुरूआत 10 फीसदी ब्याज दर के साथ हो रही है। वहीं इसमें 84 महीनों की अवधि के लिए लोन दिया जा रहा है।

इंडसइंड बैंक

इंडसइंड बैंक में पर्सनल लोन की शुरूआत 10.25 फीसदी से लेकर 32.02 फीसदी तक ब्याज दर के साथ हो रही है। इस बैंक में 30 हजार रुपए से लेकर 25 लाख रुपए तक के लिए पर्सनल लोन 12 महीनों से लेकर 60 महीनों तक की अवधि के लिए दी जा रही है।

पंजाब एंड सिंध बैंक

पंजाब एंड सिंध बैंक में पर्सनल लोन की शुरूआत 10.15 फीसदी से लेकर 12.80 फीसदी तक ब्याज दर के साथ हो रही है। वहीं इस बैंक में 3 लाख रुपए तक का लोन 60 महीनों की अवधि के लिए दी जा रही है।

(Disclaimer: यहां दी गई सूचना इंटरनेट पर उपलब्ध विभिन्न श्रोतों के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता है।)


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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