Vegetarian diet: कैंसर के खतरे को कम कर सकता है शाकाहार, वजन घटाने में भी करता है मदद

Manisha Kumari Pandey
Published on -

जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। मनुष्य के जीवन में खानपान का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छा खाना बहुत जरूरी होता है। शाकाहारी भोजन करने के कई कारण है, बहुत लोगों को मांस मछली खाना पसंद नहीं होता तो वही बहुत सारे लोग अपनी मान्यताओं के कारण शाकाहारी होते हैं।  फलों में काफी भारी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स  और फाइबर पाए जाते हैं। विशेषज्ञों की माने तो, जो लोग मीट- फ्री आहार को अपने जीवन में अपनाते हैं, वो अपने जीवन में ज्यादा जागरूक और स्वस्थ होते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक जो लोग शाकाहारी आहार को अपनाते हैं उन्हें हृदय रोग का खतरा भी कम होता है तो वही मांसाहारी आहार वाले लोगों में मोटापे और टाइप टू डायबिटीज (type 2 diabetes) का खतरा होता है।

यह भी पढ़े… Signature के इन गलतियों में करें सुधार, आप भी ला सकते हैं अपने करियर में बहार

शाकाहारी आहार में दूध से बने खाद्य पदार्थ, फल, सब्जियां और साग इत्यादि मौजूद होते हैं। शाकाहारी व्यक्ति का वजन घटाने में भी मददगार साबित हो सकता है। एक अध्ययन के मुताबिक शाकाहारी आहार से वजन पर काफी प्रभाव पड़ता है ऐसे व्यक्ति में कोलेस्ट्रॉल लेवल भी काफी कम होता है, तो वही कैंसर का भी खतरा कम होता है।

यह भी पढ़े… रूस -यूक्रेन की लड़ाई के बीच आई रुपये में गिरावट, आगे बिगड़ सकते हैं बाजार के हालात?

शाकाहार वाले व्यक्तियों में  टाइप टू डायबिटीज का भी खतरा कम हो जाता है, क्योंकि वह अनाज, फल, सब्जियां, दाल और नट्स (nuts) काफी भारी मात्रा खाते हैं और हानिकारक फैट से दूरी बनाए रखते हैं। शाकाहार में कैलोरी की मात्रा भी काफी पाई जाती है। विशेषज्ञों के मुताबिक शाकाहार ज्यादा सतत (sustainable) और पर्यावरण के अनुकूल होता है।

Disclaimer: यहाँ दी गई जानकारी का उद्देश्य भ्रम फैलाना नहीं है, यह सिर्फ शिक्षित करने के लिए है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News