क्या है Digital Break और क्यूं हो गया है ये हम सभी के लिए ज़रूरी, आइए जानें

Gaurav Sharma
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Importance of Digital Break : सुबह उठे मोबाइल के अलार्म से, अखबार पढ़ा मोबाइल पर, शेयर बाज़ार की सुगबुगाहट मोबाइल पर, फोन तो आ ही रहे होंगे, कभी किसी की फोटो तो कभी दोस्तों के साथ व्हाट्सएप पर चटपट, इंसान मानो मोबाइल और घड़ी के काटों के बीच बंध कर रह गया है। न समय को रोक पा रहा है ना मोबाइल को छोड़ पा रहा है। परिणाम स्वरूप वह ना तो खुद के लिए ही समय निकाल पाता है और ना ही परिवार के लिए। इसके बाद धीरे धीरे उस इंसान की ज़िंदगी तनावग्रस्त होना शुरू हो जाती है, परिवार के बीच तनाव, पति पत्नी के बीच तनाव और इस तनाव के चलते डिप्रेशन जैसी बेहद गंभीर स्थिति। इतना ही नहीं अत्यधिक मोबाइल के इस्तेमाल से सर्वाइकल, आंखों की खराबी, सर में भारीपन, शरीर का शिथिल हो जाना, कंसंट्रेशन की कमी आदि मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता है।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।