MP Tourism : अब तक मध्य प्रदेश के कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल यूनेस्को के विश्व विरासत स्थलों की लिस्ट में शुमार है। अब कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश को और नई चार हेरिटेज साइट्स मिलने वाली है। दरअसल एमपी के उन 4 पर्यटन स्थलों की दावेदारी इस लिस्ट में शामिल होने के लिए मजबूत हो गई है। बताया जा रहा है कि यूनेस्को की टेंटेटिव लिस्ट में इन चारों डेस्टिनेशन के नाम शामिल कर दिए गए हैं। इन जगहों के नाम है- मांडू, सतपुड़ा, ओरछा, बेडाघाट। चलिए जानते हैं इन चारों पर्यटक स्थलों की खासियत क्या है? क्यों इन्हें विश्व विरासत स्थल की लिस्ट में शामिल किया जा रहा है।
आपको बता दें सांस्कृतिक एवं पर्यटन विभाग के सचिव शिवशेखर शुक्ला द्वारा बताया गया है कि सरकार ने अभी ओरछा की ऐतिहासिक धरोहर का डिटेल डॉजियर भारत सरकार के माध्यम से यूनेस्को में जमा करवाया है। वहीं अब मांडू के साथ अन्य स्थानों का भी डिजिटल डॉजियर तैयार किया जा रहा है। ऐसे में अब विश्व विरासत की लिस्ट में जल्द ही इन जगहों को शामिल कर लिया जाएगा।
ये है 4 प्रसिद्ध हेरिटेज साइट्स की खासियत –
सबसे पहले बात करते हैं ओरछा की। ओरछा को 2019 की यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल की टेंटेटिव लिस्ट में शामिल हुआ है। ये शहर ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों में से एक है। भगवान राम का ओरछा से नाता है इसलिए इससे और ज्यादा प्रसिद्ध माना जाता हैं। दरअसल, भगवान राम को यहां के लोग अपना राजा मानते हैं इसलिए दूर दूर से लोग ओरछा में घूमने के लिए और यहां के इतिहास को जानने के लिए आते हैं। आपको ओरछा में घूमने के लिए कई जगह मिल जाती है। इसमें चतुर्भुज मंदिर, महल, छतरियां और उनमें वाल पेंटिंग देखने को मिलती है।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की बात करें तो यहां दूर-दूर से लोग घूमने के लिए आते हैं। इस जगह को 2021 में नेस्को की विश्व विरासत स्थल की टेंटेटिव लिस्ट में शामिल किया गया था। वाइल्ड लाइफ को एन्जॉय करने के लिए यहां सबसे ज्यादा लोग आते हैं। यहां आपको टाइगर देखें के साथ साथ बारहसिंगा, ब्लैकबक, धोल, स्लॉथ बीयर, दलदल वाले मगरमच्छ, सांभर, चीतल और अन्य जिव जंतु देखने के लिए मिल जाते हैं। सतपुड़ा में 14 प्रजाति के लुप्तप्राय वन्यजीवों और 300 प्रजाति के पक्षियों का घर है।
मांडू की बात करें तो इस जगह को देखने के लिए सिर्फ देश ही नहीं विदेशी लोग भी आते हैं। दरअसल, मांडू जोधा-अकबर की लव स्टोरी से जुड़ा हुआ है। इस वजह से यहां की महत्वता भी काफी ज्यादा है। इस जगह को 1998 से यूनेस्को की टेंटेटिव लिस्ट में शामिल किया गया था। लेकिन मध्यप्रदेश सरकार द्वारा अभी तक डॉजियर जमा नहीं करवाया गया इस वजह से ये लिस्ट में शामिल नहीं हो पाया। लेकिन अब जल्द ही इसे विश्व विरासत में जोड़ा जाएगा। आपको मांडू में घुमने के लिए जहाज महल, रूपमती का हिंडोला, होशंगशाह का मकबरा के साथ उत्तर मध्यकाल के अनेक ऐतिहासिक स्मारक देखने को मिल जाएँगे। साथ ही आप यहां के कई धार्मिक स्थल पर भी घुमने जा सकते हैं।
भेड़ाघाट की बात करें तो ये जबलपुर शहर में स्थित है। ये एक खूबसूरत पर्यटन स्थल में से एक है। यहां सबसे ज्यादा लोग घूमने के लिए आते हैं। आपको यहां संगमरमर की चट्टानों को देखने के साथ विश्वविख्यात धुंआधार जलप्रपात, लम्हेटा घाट और कई जगह घूमने का मौका मिल जाता है। ये जगह बेहद खूबसूरत है। इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर की संभावित सूची में जोड़ा गया है। खास बात ये हैं कि भारत ने भेड़ाघाट के धुआंधार की तुलना जिम्बाब्वे के विक्टोरिया फॉल से की है।