“बिचौलियों के हमदर्द हैं राकेश टिकैत, मध्यप्रदेश में नहीं उनका कोई वर्चस्व” – कृषि मंत्री कमल पटेल

Lalita Ahirwar
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जबलपुर, संदीप कुमार। “गाय भारत की जीवनदायनी है। गाय को पालने से जैविक खेती होती है। आज समय की आवश्यकता भी है कि गाय को पाला जाए जिससे मिलने वाले गोबर से मिलावट युक्त खेती न करके जैविक खेती होगी, पर गाय को पालने किसी को बाध्य न किया जाए” यह कहना है मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल का। कृषि मंत्री ने मध्यप्रदेश में घटते सोयाबीन के रकबे पर भी चिंता जाहिर की है।

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उन्होंने कहा कि बीते कुछ सालों से सोयाबीन का रकबा घट रहा है जिसकी एक वजह यह भी है कि हमारे किसान भाई वही बीज का उपयोग कर रहे है जो कि पुराने हो गए हैं। यही वजह है कि बीजों में बीमारी लग रही है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा हम कृषि वैज्ञानिकों से मिलकर इस समस्या का समाधान करने में जुटे हुए हैं। वहीं उन्होंने कहा कि अभी तक करीब 20% रकबा प्रदेश में सोयबीन का कम हुआ है जिसके चलते केंद्र सरकार ने प्रदेश को नए सोयाबीन के बीज भी दिए हैं।

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इधर मध्यप्रदेश में किसान नेता राकेश टिकैत के कार्यक्रम पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि राकेश टिकैत का मध्यप्रदेश में वजूद नहीं है। राकेश टिकैत के पिता असली किसान थे पर राकेश बिचौलिया के हमदर्द हैं। इसलिए उनके कार्यक्रम से प्रदेश को कोई फर्क नही पड़ता है। इधर मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव पर मंत्री कमल पटेल जीत के प्रति पूरे तरह से आश्वश्त हैं। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में हमें ही जीत मिलेगी क्योकि कांग्रेस से जनता का मोह भंग हो गया है। कांग्रेस ने जनता और किसानों को ठगने का काम किया है।


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