NEET Result : अलीराजपुर की निकिता का सपना हुआ पूरा, हासिल किए 655 अंक

Gaurav Sharma
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अलीराजपुर, यतेन्द्र सिंह सोलंकी। सपने बड़े और ऊंचे हो तो दुनिया की कोई ताकत दृढ़ लक्ष्य को बाधित नहीं कर सकती है। ऐसी ही परिकल्पना को साकार किया है अलीराजपुर जिले के ग्राम बोरझाड़ (आम्बुआ) निवासी प्रतिभाशाली छात्रा निकिता पिता स्व.संजय कुमार गुप्ता ने। जिसने इस वर्ष 2020 की नेशनल एलीजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (NEET) परीक्षा में उम्दा प्रदर्शन करते हुए 720 में से 655 अंक प्राप्त कर आल इंडिया रेंक 2969 हासिल की है।

इस सफलता से निकिता का बचपन का डॉक्टर बनने का सपना पूरा होना परिलक्षित हो गया है। गांव की होनहार और प्रतिभाशाली छात्रा की इस गौरवशाली सफलता पर अपार हर्ष व्यक्त करते हुए गांव के नागरिकों ,परिजनों और शिक्षकजनों ने निकिता को हार्दिक बधाई देकर उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं व्यक्त की है।

बचपन में उठा पिता का साया 

निकिता जब छोटी थी तब गंभीर लम्बी बीमारी के कारण उनके शिक्षक पिता संजय कुमार गुप्ता का वर्ष 2007 में असामयिक निधन हो गया था। बचपन में पिता का साया उठ जाने से एक पल के लिए परिवार पर दुखों का पहाड़ तो टूटा पर उसके बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी। शासकीय प्राथमिक शाला मोटाउमर (बोरझाड़) में शिक्षिका के पद पर पदस्थ निकिता की माता भारती गुप्ता एवं परिजनों ने अच्छे से बच्चों की परवरिश की और शिक्षा क्षेत्र में उन्हें आगे बढ़ाया। निकिता का छोटा भाई अनिरुद्ध गुप्ता भी इंदौर से इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा है।

बोर्ड परीक्षा में भी नाम किया रोशन 

नगर की डॉन बास्को स्कूल अलीराजपुर में पढ़ाई करते हुए निकिता ने कक्षा 10 वीं हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा वर्ष 2017-18 में 98.2 % अंक प्राप्त कर प्रदेश की टॉप टेन मेरिट सूची में पांचवा एवं जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। उसकी इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर भोपाल में मुख्यमंत्री निवास स्थान पर आयोजित मेधावी छात्र पुरस्कार समारोह में उसे और उसके परिजन को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की उपस्थति में शिक्षा मंत्री कुं. विजय शाह ने मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया था। कक्षा 12 वीं परीक्षा वर्ष 2019-20 में भी इसने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर 86.% अंक हासिल किए और शासन की मेधावी छात्रों हेतु लागू लेपटॉप पुरस्कार योजना के तहत 25000 हजार रुपये की राशि प्राप्त की।

खेल क्षेत्र में भी अग्रणी है निकिता

छोटे से पिछड़े ग्रामीण अंचल में रहने वाली निकिता ने शिक्षा क्षेत्र के अलावा छोटी सी उम्र से ही टेबल टेनिस की विभिन्न राज्य और राष्र्टीय स्तरीय स्पर्धा में हिस्सा लेकर अपनी सफलताओं के खूबसूरत झंडे गाड़े हैं। निकिता ने वर्ष 2013 से लेकर 2018 तक दिल्ली, औरंगाबाद, आंध्रप्रदेश  (ताड़े पल्ली गुडम) आंध्रप्रदेश (मछली पटनम) , बड़ोदा में आयोजित विभिन्न राष्र्टीय टेबल टेनिस प्रतियोगिता में पांच बार हिस्सा लिया और बड़े पुरस्कार अर्जित किये हैं।मां तुझे प्रणाम मुख्यमंत्री की अभिनव योजना के तहत निकिता महाद्विप अंडमान निकोबार भी जा चुकी है।

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निकिता की प्रशंसनीय सफलताओं से अभिभूत होकर डॉन बॉस्को संस्थान ने पूर्व में उसे बड़े मंच से आइडियल गर्ल का ख़िताब और जिला प्रशासन ने भी गणतंत्र दिवस पर  पुरस्कार देकर उसे सम्मानित किया है। इस प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए निकिता ने अपनी सम्पूर्ण सफलता श्रेय शक्ति स्वरूपा अपनी माता भारती गुप्ता और दिवंगत पिताजी, परिजनों के आशीर्वाद ओर डॉन बास्को एवं एलेन इंस्टीट्यूट इंदौर के शिक्षक शिक्षिकाओं व खेल कोच को दिया है।

निकिता ने बताया की उनकी माता ने रात दिन मेहनत करके सीमित संसाधनो में उसकी सफलताओं का ताना बाना बुना ओर इस मकांम तक पहुंचाया। उसका सपना है कि चिकित्सा क्षेत्र के साथ साथ वह टेबल टेनिस खेल क्षेत्र में भी अपने जिले, प्रदेश ओर देश का नाम रोशन करें।

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