अशोकनगर, हितेंद्र बुधौलिया। जिले के बरखेड़ा गांव में बीती रात एक किसान (Farmer) ने ईल्ली मार दवा खाकर आत्महत्या की कोशिश की है ।फसल (Crop) कम निकलने एवं कर्ज के बोझ से दबे किसान को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका उपचार चल रहा है ।
किसान के बेटे का कहना है कि उनके ऊपर बैंक (Bank) एवं निजी साहूकारों का कर्ज (loan) हैं जिसका तगादा लगाया जा रहा था ।ऊपर से फसल कम निकली है, इसी कारण उनके पिता ने यह कदम उठाया है।सरकारी लाख दावे करें कि किसानों की आय को दोगुना किया जा रहा है ,एवं उनकी खराब हुई फसलों को उचित मुआवजा दिया जा रहा है ।मगर यह सारे दावे जमीनी स्तर पर खोखले साबित हो रहे हैं। कर्ज में दबे किसानों को मौत के गले लगाने मजबूर हो रहे है।
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अशोकनगर जिले के बरखेड़ा गांव के बुजुर्ग किसान पहलवान यादव ने भी कर्ज के बोझ के मारे इल्ली मार दवा पी कर अपनी जान देने की कोशिश की है।रात में अपने खेत मे बने मकान में बुजुर्ग किसान ने कब दवा पी किसी को पता ही नही चला सुबह हालात खराब देख परिजन जिला अस्पताल ले कर आये है। जहां किसान का उपचार किया जा रहा है।किसान के बेटे इंद्रभान ने बताया कि उनके पास करीब 40 बीघा जमीन है, मगर इस बार कुल 8 क्विंटल सोयाबीन निकला है। जिससे लागत भी नहीं निकल पाई है। ऐसे में बैंक एवं निजी साहूकारों का कर्ज पहले से चढ़ा हुआ था और कर्ज वापसी के लिए लगातार तगादा लगाए जा रहा था। इसी से परेशान होकर उनके पिता ने यह कदम उठाया है।