बालाघाट, सुनील कोरे। पूरे देश में ओमिक्रान के साथ ही तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है केंद्र सरकार के अलर्ट के बाद राज्य सरकारे द्वारा बड़े भीड़-भाड़ आयोजनों से परहेज करने और कोरोना नियमों के पालन के निर्देश जारी किये जा रहे है बावजूद इसके लोग सावधानी और सतर्कता को लेकर अनदेखी कर रहे है, इसी अनदेखी ने दूसरी लहर की भयावहता को अंजाम दिया था। जिसके बाद कोरोना की दूसरी लहर ने जो तांडव मचाकर इंसानी जिंदगी को खत्म किया, यह किसी से छिपा नहीं है, अब भी लोगों को ओमिक्रान और तीसरी लहर को लेकर सावधानी और सतर्कता बरतने की आवश्यकता है अन्यथा लापरवाही कहीं फिर भारी न पड़ जाये।
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देश में 2 दिसंबर को पहली ओमिक्रान की दस्तक के बाद दिसंबर के अंत तक ओमिक्रान की दहशत देश के कई राज्यो में सुनाई देने लगी है, जिसने प्रदेश में भी दस्तक दे दी है। प्रदेश के बड़े महानगरों के साथ ही पड़ोसी राज्यो में ओमिक्रान और कोरोना के मद्देनजर शासन ने नाईट कर्फ्यू लागू कर दिया है, बावजूद इसके भीड़-भाड़ वाले बड़े आयोजन और आंदोलन, प्रदर्शन में कोरोना नियमों की अनदेखी की जा रही है, जिसको लेकर सतर्कता और सावधानी बरतने की जरूरत है, चूंकि बालाघाट में भी कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग इससे इंकार करता है, लेकिन नये आ रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजो से इससे इंकार भी नहीं किया जा सकता। राहत की बात है कि बालाघाट जिले में अब तक ओमिक्रान का कोई मरीज नहीं मिला है, लेकिन विदेश से आये एक व्यक्ति की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट ने चिंता पैदा कर दी है, चूंकि व्यक्ति, नागपुर से कार से बालाघाट पहुंचा और इस दौरान न जाने कितने लोगों से मिला होगा। हालांकि प्रारंभिक तौर पर स्वास्थ्य विभाग को उसके रिश्तेदार और वाहन चालक सहित अन्य 6 लोगों के उसके कीनिया से आने के बाद संपर्क में आने की जानकारी मिली है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग उनकी आज सैंपल लेंगा।
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एक सप्ताह पहले आया था कीनिया से परिवार
बताया जा रहा है कि पिता की तबियत खराब होने की जानकारी मिलने के बाद एक सप्ताह पूर्व 36 वर्षीय व्यक्ति, अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ कीनिया से नागपुर एयरपोर्ट में आया था। जहां उसकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वह परिवार के साथ कार से बालाघाट पहुंचा था। जिसकी जानकारी मिलने के बाद उसे होम आईसोलेट में रहने के निर्देश दिये गये थे, लेकिन सूत्रों का कहना है कि इस दौरान न केवल उससे मिलने रिश्तेदार और अन्य परिचित पहुंचे, वह भी बाहर निकला था। जिसकी सात दिनों बालाघाट स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया है। हालांकि राहत की बात यह है कि कीनिया से आये परिवार के अन्य सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
घरो को बनाया गया माईक्रो-कंटेनमेंट जोन
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी अनुसार घर में बीमार पिता को देखने कीनिया से आये पुत्र की आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद घर ओर लगे घरों को माईको-कंटनेमेट जोन बनाकर घर के सामने पोस्टर चस्पा कर दिया गया है, साथ ही परिवार के लोगों को आगामी निर्देश तक बाहर नहीं निकलने के निर्देश दिये गये है। अब तक स्वास्थ्य विभाग को मिली जानकारी अनुसार पॉजिटिव आये व्यक्ति के संपर्क में 6 लोगों के आने की जानकारी मिली है, इसके अलावा घर में काम करने आने वाली बाई सहित अन्य लोगों के बारे में भी पता किया जा रहा है।
जिनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजा जायेगा सैंपल
बताया जाता है कि कीनिया से आये व्यक्ति की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद इस मरीज का सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है। जिससे ओमिक्रान वेलियंट के संक्रमण का पता लगाया जा सकेगा।
अब तक विदेश से आये 55, विदेश से आये दो लोगों का पता नहीं
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार बालाघाट में अब तक विदेश से 55 लोग बालाघाट आ चुके है, सोमवार को जिस व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, वह भी कीनिया से पिता की तबियत खराब होने की जानकारी के बाद मिलने आया है। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है, चूंकि जिले में विदेश से आये 55 लोगों में दो लोगों का कोई पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर वह कहां और कैसे है, चूंकि उनका संपर्क नंबर बंद आ रहा है, जिसके बाद अब स्वास्थ्य विभाग सायबर सेल की मदद से उनकी तलाश करने में जुटा है।