युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद युवक को सुरक्षित तरीके से बालाघाट में कोविड मरीज के उपचार के लिए बनाये गये सरदार होम्यापेथिक कॉलेज के कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जहां उस पर चिकित्सको द्वारा नजर रखी जा रही है। बताया जाता है कि युवक की हालत अभी स्थिर है, जिसे बुखार नहीं है।
बताया जाता है कि युवक, मंुबई में रहकर मजदूरी का कार्य करता था, लेकिन कोविड-19 से निपटने किये गये लॉक डाउन के कारण काम धंधे बंद होने से वह अपने साथियों के साथ किराये के चौपहिया वाहन से महाराष्ट्र के तिरोड़ा पहुंचा था। जिन्हें दो मोटर सायकिल उनके परिचित उन्हें लेने गये थे। जहां से उसके अलावा दो अन्य साथी एक ही मोटर सायकिल से अपने गांव भजियादंड पहुंचे थे।
युवक के पॉजिटिव पाये जाने के बाद प्रशासन युवक की ट्रेव्हल हिस्ट्री का पता लगाने में जुटा है। वहीं उसके साथ मुंबई से गांव पहुंचे अन्य दो युवक को भी होम आईसालेट कर दिया गया है। इसके अलावा उसके गांव भजियांदड को कंटनेमेंट क्षेत्र घोषित कर दिया गया है और घर को भी सील कर दिया गया है।
भजियादंड गांव कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित
भजियादंड के 20 वर्षीय युवक के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद कलेक्टर दिपक आर्य द्वारा भजियादंड गांव को कंटनेमेंट क्षेत्र घोषित कर दिया है और ग्राम मंे चल रही सभी गतिविधियों को बंद करने के निर्देश जारी किये गये है। गांव में मनरेगा के कार्य को भी बंद कर दिया गया है। वहीं गांव में आवाजाही पर ऐतिहात के तौर पर कुछ समय के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है।
जिलें में हड़कंप का माहौल
मुंबई से श्रमिक 20 वर्षीय युवक के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जिले में हड़कंप का माहौल है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि घबराने की आवश्यकता नहीं है। कोरोना पॉजिटिव पाये गये मरीज को चिकित्सीय निगरानी में रखा गया है। हम सभी को अब इस माहौल में सुरक्षात्मक तरीके से रहने की आदत बनानी होगी। लोग अनावश्यक कार्यो से बाहर नहीं निकले और सार्वजनिक स्थानो में सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए कोविड-19 से बचाव के लिए बताई गई सावधानियों का पालन करें।
बज गया अलार्म, सचेत रहे लोग
प्रदेश के 48 जिले कोरोना इफेक्टेड थे। आज बालाघाट जिले में एक कोरोना मरीज के पॉजिटिव मिलने से अब बालाघाट भी प्रदेश के कोरोना पॉजिटिव जिले में शामिल हो गया है। बालाघाट में लॉक डाउन के दो महिने बाद पहला केस कोरोना पॉजिटिव आना, कोरोना मरीज को लेकर एक अलार्म है, अब बस स्वयं की सुरक्षा ही जिले में बीमारी को रोक सकती है। इससे पहले की स्थिति और बिगड़े, लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए बताई गई सावधानियों का पालन करने की आवश्यकता है, अन्यथा जिस प्रकार से बालाघाट जिले में एक लाख से ज्यादा मजदूर, छात्र, छात्रायें प्रदेश के रेड जोन सहित अन्य प्रदेशों के रेड जोन से आये है। उससे जिले में कभी भी विस्फोटक स्थिति हो सकती है। इसलिए जिले के सभी लोग कोविड-19 से बचाव के लिए स्वयं समझदारी दिखाते हुए नियमों का पालन करें और सुरक्षित रहे।
प्रशासनिक अधिकारियों ने किया कोविड अस्पताल का निरीक्षण
खैरलांजी क्षेत्र के भजियादंड निवासी 20 वर्षीय युवक के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद, प्रशासन भी सतर्क हो गया है। युवक की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट होने के बाद कलेक्टर दिपक आर्य ने अधिनस्थ अधिकारियों के साथ कोविड अस्पताल गायखुरी स्थित सरदार पटेल कॉलेज का एक बार और निरीक्षण किया और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये। इस दौरान अपर कलेक्टर, सहायक कलेक्टर के अलावा सीएचएमओ डॉ. मनोज पांडेय भी मौजूद थे।
इनका कहना है
खैरलांजी क्षेत्र के भजियादंड निवासी युवक गत 16 मई को मुंबई से अपने गांव आया था। जिसके बाद वह होम क्वारेंटाईन था। जिसकी दूसरे दिन तबियत खराब होने के बाद स्वास्थ्य अमले द्वारा खैरलांजी में भर्ती किया गया था। जिसमें कोरोना के लक्षण पाये जाने पर उसकी जांच के लिए सैंपल भेजे गये थे। जिसकी रिपोर्ट आज पॉजिटिव आई है। निर्धारित प्रोटोकाल के तहत युवक को खैरलांजी से लाकर कोविड उपचार अस्पताल में भर्ती किया जायेगा। युवक का अभी स्वास्थ्य ठीक है, जिसमेे बुखार जैसे कोई लक्षण नहीं है। जिले में रेड जोन से आ रहे सभी लोगो का रेंडमली सैंपल लिया जा रहा है। यह हमारे लिए एक अलार्म है, इसलिए जिलेवासियों से अपील है कि वह इससे पहले की स्थिति बिगडे़, हम सावधान हो जायें, और सुरक्षा मानकों का पूरा पालन करें। सरकार के निर्देशों के तहत अब हमें कोरोना के साथ रहना सीखना होगा। सरकार स्तर पर प्रयास किये जा रहे है लेकिन अब हमें स्वयं समझने की आवश्यकता है। घबराने की आवश्यकता नहीं है, हम समझदारी से बीमारी से अपना बचाव कर सकते है।
-दीपक आर्य, कलेक्टर