बालाघाट, सुनील कोरे। बालाघाट (Balaghat) में पर्सनल आईडी से रेलवे ई-टिकट (Railway e-ticket) बनाकर कालाबाजारी करने वाले हिर्री निवासी देवेन्द्र उर्फ रामनाथ पंचवारे को आरपीएफ गोंदिया की क्राईम ब्रांच टीम ने धरदबोचा और क्षेत्र अंतर्गत आरपीएफ चौकी बालाघाट को सौंप दिया। जिसके बाद चौकी प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार द्वारा आरोपी देवेन्द्र पंचवारे के खिलाफ रेलवे अधिनियम की धारा 143 के तहत अपराध कायम कर आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर उसे जबलपुर न्यायालय (Jabalpur Court) में पेश किया गया।
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जानकारी के अनुसार आरपीएफ गोंदिया की क्राईम ब्रांच को लगातार सूचना मिल रही थी कि रेलवे टिकट की कालाबाजारी की जा रही है, जिसके बाद पुलिस ने मुखबिर तंत्र की मदद से किरनापुर थाना अंतर्गत हिर्री में देव ऑनलाईन कॉमन सर्विस सेंटर का संचालन कर रहे युवक देवेन्द्र पंचवारे को पकड़कर उससे पूछताछ की, जिसके बाद पता चला कि वह अपनी अलग-अलग पर्सनल आईडी से रेलवे आरक्षित ई-टिकट बनाकर व्यवसाय कर रहा था। जबकि वह आईआरटीसी का अधिकृत एजेंट नहीं है, बावजूद इसके वह लाभ कमाने की मंशा से स्वयं के नाम की पर्सनल आईडी से रेलवे की ई-टिकट बनाकर प्रति टिकट किराया से अतिरिक्त 50 से 100 रूपये ज्यादा लेकर लाभ कमा रहा था। वह पर्सनल आईडी से रेलवे की टिकट की कालाबाजारी कर रहा था।
वही इस मामले की जानकारी के बाद आरपीएफ गोंदिया के गुप्तचर शाखा निरीक्षक अनिल पाटिल, सहायक उपनिरीक्षक एस.एस. ढोके, प्रधान आरक्षक आर.सी. कटरे और आरक्षक एस.बी. मेश्राम ने 17 मई को कार्यवाही करते हुए उसे रेलवे की ई-टिकट के साथ पकड़ा। जिसके पास से 24 टिकट बरामद की गई है। जिसमें 22 टिकटों पर यात्री, यात्रा कर चुके थे। जबकि दो टिकट पर आज 18 मई को यात्री, यात्रा करने वाले थे। कार्यवाही उपरांत बनाई गई टिकट को रद्ध कर दिया गया है। क्राईम ब्रांच टीम ने आरोपी देवेन्द्र पंचवारे के पास से कम्प्युटर, ई-टिकट और प्रिंटर सहित अन्य सामग्री बरामद की है। बालाघाट में आरोपी के खिलाफ मामला कायम कर उसके जबलपुर न्यायालय में पेश किया गया है।