भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। शुक्रवार को प्रदेश में एक अजब दृश्य देखने को मिला जब मध्य प्रदेश (madhya pradesh) के बेरोजगार युवा (unemployed youth) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) के आगे दंडवत नजर आए। दरअसल व्यापम घोटाले (vyapam Scam) और बेरोजगारी (unemployment) के विरोध में प्रदेश के युवाओं द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से रोजगार देने की अपील की गई। इसके साथ ही बेरोजगार युवाओं ने एक दिवसीय धरना भी दिया।
दरअसल मध्यप्रदेश के बड़वानी (badwani) जिले में युवाओं ने बेरोजगारी के विरोध और व्यापम घोटाले को लेकर रैली निकाली थी। इस दौरान प्रदेश के बेरोजगार युवा सरकार से रोजगार की मांग करते नजर आए। युवाओं की मांग है कि उन्हें रोजगार दिया जाए। वैकेंसी (vacancy) की आस में उनकी आयु सीमा समाप्त हो रही है।
रैली में कुछ बेरोजगार युवा दंडवत प्रणाम कर मुख्यमंत्री से रोजगार की अपील करते हुए नजर आए। युवाओं की मांग है कि प्रदेश में सारी संस्थाओं को खत्म कर आयोग का गठन किया जाए और आयोग की गाइडलाइन (guideline) के मुताबिक है रोजगार के लिए भर्तियां निकाली जाए और उन्हीं गाइडलाइन का पालन करते हुए युवाओं को रोजगार प्रदान किया जाए।
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वहीं युवाओं का नेतृत्व कर रहे एक छात्र ने बताया कि भारत में बेरोजगारी आज अपने चरम पर है। जिसकी वजह से प्रदेश में हर घंटे 3 बेरोजगार युवा आत्महत्या कर रहे हैं। बेरोजगार युवाओं का कहना था कि प्रदेश में व्यापम जैसे बड़े घोटाले के बाद संस्थान का नाम तो बदल दिया गया लेकिन प्रदेश में छात्रों के रोजगार और भर्तियां में आज भी घोटाले कम नहीं हो रहे हैं।
बीते दिनों की एक घटना का जिक्र करते हुए एक बेरोजगार छात्र ने कहा कि हाल ही में एग्रीकल्चर की भर्ती के पेपर लीक होने की खबर सामने आई थी। इसके अलावा मेडिकल और अन्य कई तरह के घोटाले की खबर लगातार सामने आती रहती है। ऐसी स्थिति में प्रदेश सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द कोई बड़ा निर्णय लें और भर्तियां निकाले जाने के बाद परीक्षा और नियुक्तियों पर भी ध्यान दिया जाए।