चलती ट्रेन में चढ़ रहा था नाबालिग, तभी फिसला पैर, RPF जवान ने दौड़कर बचाई जान, देखें वीडियो

इस पूरी घटना में गनीमत की बात यह रही की आरपीएफ जवान की सतर्कता से एक नाबालिग यात्री की जान बच गई और एक बड़ा हादसा होने से टल गया।

Amit Sengar
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betul railway station

Betul News : प्राण की रक्षा करने वाला प्राण हरने से बड़ा होता है ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के बैतूल रेलवे स्टेशन से आ रहा है जहाँ आरपीएफ जवान की सतर्कता से एक नाबालिग यात्री की भागकर जान बचाई। यह नाबालिग यात्री चलती ट्रेन में सवार होने के दौरान हादसे का शिकार होते-होते बच गया। आरपीएफ जवान ने उसे चलती ट्रेन से फिसलते हुए बचा लिया। जिसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

बैतूल आरपीएफ थाना प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि दीपावली और छठ पूजा को लेकर ट्रेनों में यात्रियों की होने वाली भीड़ के मद्देनजर यात्री सामान की चोरी व यात्री सुरक्षा को लेकर विशेष अभियान चलाया गया है। इसी के चलते बुधवार शाम को बैतूल रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन में प्रवेश करने की कोशिश करते एक नाबालिग यात्री आरपीएफ जवान की सतर्कता से हादसे का शिकार होने से बच गया। थाना प्रभारी राजेश बनकर के मुताबिक ट्रेन नंबर 09589 बैतूल – भंडारकुंड पैसेंजर प्लेटफार्म नंबर एक से बुधवार शाम को करीब चार बजे जैसे ही अपने गंतव्य स्थान के लिए रवाना हो रही थी कि उसी दौरान एक नाबालिग यात्री आयुष पुत्र दिलीप धुर्वे निवासी नवेगांव तहसील आमला जिला बैतूल चलती ट्रेन पर चढ़ने की कोशिश करते समय हादसे का शिकार होते बचा।

सीसीटीवी वीडियो आया सामने

नाबालिग ने दरवाजे के हैंडल को हाथ से पकड़ा और अनियंत्रित होकर उसका हाथ फिसल जाने से ट्रेन से घसीटता हुआ जा रहा था। उसी समय स्टेशन पर तैनात प्रधान आरक्षक संतोष पटेल ने सतर्कता दिखाते हुए दौड़कर आयुष का हाथ पकड़कर सुरक्षित उतार लेने से ट्रेन के चपेट में आने से बचा लिया। ट्रेन मैनेजर के ट्रेन को रोक लेने पर नाबालिग यात्री आयुष को ट्रेन में सुरक्षित बैठा दिया गया। फिलहाल इस पूरी घटना में गनीमत की बात यह रही की आरपीएफ जवान की सतर्कता से एक नाबालिग यात्री की जान बच गई और एक बड़ा हादसा होने से टल गया।
बैतूल से वाजिद खान की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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