बिहारी बाल मंदिर परिसर में विशाल बाल मेला व सम्मान समारोह आयोजित
बाल मेले में उमड़ी हजारों विद्यार्थियों की भीड़, जमकर उठाया मेले का लुफ्त
भिण्ड –
विद्यार्थी गीता का अध्ययन करें और अपने जीवन को ज्ञान की ज्योति से आलोकित करें गीता के अध्ययन से न केवल विद्यार्थी बल्कि प्रत्येक व्यक्ति सद मार्ग की के रास्ते पर चलने का ज्ञान प्राप्त करता है उक्त उद्गार बिहारी बाल मंदिर परिसर में आयोजित बाल मेला और सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए ग्वालियर रेंज के आईजी राजा बाबू सिंह ने व्यक्त किए इस अवसर पर स्वदेश के संपादक सुबोध अग्निहोत्री, प्रसिद्ध भागवत आचार्य पंडित राधेश्याम शास्त्री, क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष रामौतार सिंह चच्चू, बिहारी महाविद्यालय के संरक्षक पूर्व प्राचार्य राम लखन शर्मा आजाद, प्रेस क्लब के अध्यक्ष वयोवृद्ध सत्य नारायण शर्मा, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष उल्फत सिंह चौहान, प्रोफेसर इकबाल अली, नागरिक सहकारी बैंक के अध्यक्ष एडवोकेट वीरेंद्र जैन, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी बीएस सिकरवार, नगर पालिका उपाध्यक्ष रामनरेश शर्मा, समाजसेवी डॉ शैलेंद्र परिहार, डॉ यशवंत सिंह, एसडीएम मोहम्मद इकबाल मंचासीन रहे।
कार्यक्रम को आगे संबोधित करते हुए श्री राजा बाबू सिंह ने विद्यार्थियों और अभिभावकों से पर्यावरण की रक्षा, जल संचय ,स्वच्छता व सिंगल यूज प्लास्टिक के परित्याग के लिए भी कार्य करने का आव्हान किया। इस अवसर पर प्रोफेसर इकबाल अली दे कहा कि गीता का उपदेश है कि आदमी को कभी भी अहम नहीं पालना चाहिए, उसे सीखना चाहिए कि जो कुछ भी है वह परम ब्रह्म परमात्मा ही है आदमी का कोई अस्तित्व नहीं। आदमी को तो बस ईश्वर का माध्यम बन के सद कार्यों में जुटे रहना चाहिए।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती और चाचा नेहरू के चित्र पर दीप प्रज्वलित और माल्यार्पण कर किया गया इस अवसर पर नगर के करीब दो दर्जन समाजसेवी संगठनों और एक सैकड़ा वरिष्ठ नागरिक गणों ने मुख्य अतिथि राजा बाबू सिंह एवं पत्रकार सुबोध अग्निहोत्री सहित समस्त मंचित अतिथियों का बिहारी बाल मंदिर के प्रबंधक राजेश शर्मा के द्वारा सम्मान किया । मुख्य अतिथि श्री सिंह और अन्य अतिथियों के कर कमलों से बाल मेला समिति के छात्रों को गीता ग्रंथ भेंट किया गया साथ ही विद्यालय के 1008 विद्यार्थियों को भी गीता ग्रंथ भेंट किया गया। कार्यक्रम का गरिमामय संचालन समाजसेवी गणेश भारद्वाज वह विद्यालय की शिक्षिका कामिनी नामदेव के द्वारा किया गया। इस अवसर पर बिहारी बाल मंदिर विद्यालय के छात्र छात्राओं के द्वारा भव्यतम सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई बिहारी बाल मंदिर परिवार के द्वारा समय-समय पर के किए गए सामाजिक कार्यों के संदर्भ में मैं एक फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसका सभी बच्चों आगंतुकों और अभिभावकों ने भरपूर आनंद लिया साथ ही में एक विज्ञान प्रदर्शनी भी लगाई गई बाल मेला में विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा करीब एक सैकड़ा दुकानें लगाई गई थी जिन दुकानों पर हजारों की संख्या में आए विद्यार्थियों ने खरीदारी की और मेले का जमकर लुफ्त उठाया।