भिंड, डेस्क रिपोर्ट। भिंड के ग्राम जनौरा के तहसील अटेर से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है यहाँ उम्मीदवार को ही पता नहीं की वह सरपंच पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया जा चुका है, सरपंच पद के लिए उम्मीदवार बना दी गई इस महिला को जब यह पता चला तो न सिर्फ महिला बल्कि पूरा परिजन हैरान रह गया। महिला के दस्तावेज भी बकायदा उसके फार्म के साथ लगाए गए, महिला ब्लाइन्ड है और अब यह मामला सामने आने के बाद उसने कलेक्टर से इसकी शिकायत की है।
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बताया जा है की जनौरा ग्राम की रहने वाली महिला आशा सिंह जो की बाल्मीकि समाज की है, उनसे भिण्ड कलेक्टर कार्यालय से अपना अभ्यार्थी फार्म निरस्त करने हेतु पावती मांगी गई, महिला समझ नहीं पाई की जब उसने कोई फार्म भरा ही नहीं तो भला निरस्त करने के लिए पावती कौन सी। महिला ने जब परिजनों को यह बात बताई और जब उन्होंने पड़ताल की तो पता चला की महिला का सरपंच पद के उम्मीदवार के लिए फार्म भरा गया है। आशा सिंह का कहना है कि यह ब्लाइन्ड है और कोई अज्ञात व्यक्ति सरकारी योजनाओ के लाभ का झांसा देकर उनसे आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज लेकर गया था, फिलहाल मामला सामने आने के बाद अब हड़कंप की स्थिति बनी हुई है,बिना पड़ताल या महिला की मौजूदगी के निर्वाचन प्रक्रिया में इतनी बड़ी चूक आखिर कैसे हो गई। सवाल यह उठता है अब कि क्या जिले के निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर, रिटर्निंग अधिकारी पर कार्यवाही करेंगे। फिलहाल मामलें में अब जांच की जा रही है कि कैसे महिला की जानकारी के बिना फार्म भरा गया।