कोरोना काल में यहां बढ़-चढ़ कर सेवा कार्यों में जुटा है संघ

Pooja Khodani
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भिण्ड, गणेश भारद्वाज। तन समर्पित-मन समर्पित और यह जीवन समर्पित चाहता हूं मातृभूमि तुझको, मैं कुछ और भी दूं… प्रसिद्ध कवि राम अवतार त्यागी द्वारा लिखित इन पंक्तियों को आत्मसात कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) अपने सेवाभारती नामक प्रकल्प के नाम को सार्थक करते हुए इन दिनों जब देश पर संकट है और देश वैश्विक आपदा कोरोना से लड़ाई लड़ रहा है तब सेवा के विभिन्न कार्यों में बढ़चढ़ कर भागीदारी कर रहा है।

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समय समय पर चाहे गरीब जरूरतमंदों को राशन उपलब्ध कराने की बात हो, जरूरत मन्दों को मास्क सेनेटाइजर बांटने का कार्य हो या अस्पतालों में कोविड मरीजों को स्वल्पाहार उपलब्ध कराने का पुनीत कार्य हो, इन सब कार्यों में सेवाभारती के स्वयं सेवक जुटे हुए है। जिला अस्पताल पर सेवा भारती के द्वारा एक हेल्पडेस्क भी लगाई गई है जो यहां पहुंचने वाले मरीजों को काफी सहयोग कर रही है। इसी डेस्क के स्वयं सेवक प्रतिदिन यहाँ पहुंचने वाले मरीजों के अटेंडर्स को खिचड़ी दलिया बांटते हुए दिखाई देते हैं।

इसके अलावा जो पुलिस कर्मी दिन रात मेहनत करके लोगों को समझाइश देकर कोविड-19 का पालन करवा रहे हैं उन सभी कोरोनावायरस को थाने थाने पहुंचकर संघ स्वयंसेवकों के द्वारा गले का संक्रमण दूर करने के लिए वेपराइजर बांट रहे हैं। वह दी गुलाब की एक डाली के साथ सम्मान के रूप में। इसके अलावा सेवा भारती के स्वयंसेवक जो सबसे बड़ा काम कर रहे हैं वह विभिन्न ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर रक्तदान के क्षेत्र में बढ़ चढ़कर काम कर रहे हैं।

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बीते कुछ दिनों में करीब आधा सैकड़ा स्वयंसेवक इस संकट काल में देशवासियों के लिए रक्तदान कर चुके हैं और यह क्रम आगे भी जारी रहेगा। भिण्ड में प्रचारक नितिन अग्रवाल कहते हैं कि हम सबका दायित्व है कि जब देश किसी संकट के दौर से गुजर रहा हो तो हम आगे निकल कर आए और पूरी क्षमताओं के साथ देश सेवा में जुट जाएं संघ मैं ऐसे अनेकानेक स्वयंसेवक हैं जो अपने जीवन की परवाह किए बिना देश सेवा में जुटे हुए हैं ऐसा ही कुछ काम हम भिंड में कर रहे हैं।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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