भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश सरकार का 70 करोड़ रुपये का सात सीटर विमान (बी-200जीटी/वीटी एमपीक्यू)लगभग कंडम होने की कगार पर है। करीब साढ़े तीन महीने पहले ग्वालियर में वायुसेना एयरबेस पर स्टेट प्लेन लैंडिंग प्रोफाइल से बहुत नीचे उड़ाने के कारण रनवे से लगभग 300 फीट पहले लगे अरेस्टर बैरियर से टकराया था, जिसके बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। तब से यह विमान वहीं खड़ा हुआ है। ध्यान न देने की वजह से अब भविष्य में शायद ही यह विमान कभी उड़ान भर पाएगा।
Jabalpur : प्रेम विवाह कर थाने पहुंचा जोड़ा, लड़की पक्ष के लोगों ने किया हंगामा
मध्यप्रदेश सरकार ने इस विमान को पिछले साल ही करीब 70 करोड़ रुपये में खरीदा था। इस मामले में राज्य सरकार के स्टेट प्लेन के सीनियर पायलट माजिद अख्तर के खिलाफ डॉयरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन(डीजीसीए) ने एक्शन लिया है। डीजीसीए ने कैप्टन माजिद को एक साल के लिए सस्पेंड कर दिया है। अख्तर शासन के सीनियर पायलट होने के साथ ही बी-200 टाइप के विमान के एक्जामिनर भी है। हालांकि राज्य सरकार इस विमान को कंडम घोषित करने के पहले दोबारा इंजीनियरों की टीम से इसका परीक्षण कराएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही एयर एक्सीडेंट ब्यूरो ऑफ इंडिया (एएबीआई) भी इस मामले की जांच बारीकी से कर रही है।
कार्टून पर विवाद के बाद मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी ने जताया खेद, कार्टून भी हटाया
राज्य सरकार ने वर्ष 2020 में अमेरिकी कंपनी से सात सीटर विमान(बी-200जीटी/वीटी एमपीक्यू) 70 करोड़ रुपए में खरीदा था। स्टेट प्लेन कोरोना मरीजों के लिए गुजरात से रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर आने के दौरान 6 मई को ग्वालियर में सेना के महाराजपुरा एयरबेस रनवे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। प्लेन का कॉकपिट के आगे का हिस्सा(नोज), प्रोपलर ब्लेड, प्रोपलर हब और व्हील पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके है। इसके बाद से स्टेट प्लेन कबाड़ जैसी हालत में ही एयरबेस पर खड़ा हुआ है। प्लेन की मरम्मत के लिए एक्सपर्ट की टीम असेसमेंट कर चुकी है। डीजीसीए ने लैंडिंग कराने में लापरवाही मानते हुए सीनियर पायलेट को एक साल के लिए सस्पेंड किया है। फिलहाल एएबीआई भी इस मामले की जांच कर रही है। जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है।