BJP के बाद अब शशांक शेखर की नियुक्ति कांग्रेस नेताओं ने उठाए सवाल, मचा हड़कंप

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भोपाल

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में शशांक शेखर को अतिरिक्त महाअधिवक्ता बनाए जाने पर बीजेपी के बाद अब कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाना शुरु कर दिए है। कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता शेखर की नियुक्ति से नाराज है। कांग्रेस नेताओं का कहना है शेखर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज और उनकी पत्नी साधना के वकील रहे है उन्ही ने शिवराज-साधना के कहने पर पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया को मानहानि का नोटिस भेजा था।ऐसे व्यक्ति को कांग्रेस के राज में नियुक्ति देना गलत है।

दरअसल, बीते दिनों ही कमलनाथ सरकार द्वारा मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता  राजेंद्र तिवारी को 16  वां महाअधिवक्ता और शशांक शेखर व अजय गुप्ता को अतिरिक्त महाअधिवक्ता के पद पर नियुक्त किया गया था।जिसको लेकर काफी बवाल भी मचा था। बीजेपी के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि व्यापम के आरोपियों को छुड़ाने में वर्तमान सरकार मदद कर रही है  नवनियुक्त अतिरिक्त महाधिवक्ता अजय गुप्ता, शशांक शेखर व्यापम के कई आरोपियों के वकील रहे और अभी भी कई आरोपियों की मदद कर रहे हैं।वही अब कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाना शुरु कर दिया है। कार्यकर्ताओं और नेताओं ने इस पर आपत्ति जताई है। कांग्रेस के राज मे भाजपा के लोगो को लाभ देने से कार्यकर्ता औऱ नेता असंतुष्ट है । उनका कहना है कि शिवराज व साधना सिंह के वकील रहे शंशाक शेखर जिन्होंने सोनिया गाँधी और कांतिलाल भूरिया को शिवराज साधना की ओर से 10 करोड़ की मानहानि का नोटिस भेजा था, ऐसे जबलपुर के वकील को अतिरिक्त महाअधिवक्ता की नियुक्ति देना गलत है।उन्होंने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी इस मामले में शिकायत की है औऱ उन्हें इस पद से हटाए जाने की बात कही है।

बता दे कि  अधिवक्ता शशांक शेखर जबलपुर का जाना माना नाम है। शशांक शेखर विवेक तन्खा के करीबी माने जाते हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान शशांक शेखर ने कांग्रेस के लीगल वॉर रूम का संचालन भी किया था। वकालत का 19 वर्ष का अनुभव होने के बाद वर्तमान सरकार द्वारा उन्हें अतिरिक्त महाधिवक्ता के पद पर नियुक्त किया गया है।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश चुनाव के दौरान अखबारों में कांग्रेस की ओर से एक विज्ञापन दिया था। इस विज्ञापन में लिखा गया था, मुखिया के मुंह पर ताला, लालची परिवार ने मध्य प्रदेश को लूट डाला। शिवराज दंपती अपने सरकारी आवास में नोट गिनने की मशीन रखते हैं। इसके अलावा डंपर खरीद और सरकारी ठेके अपने रिश्तेदारों को देने के आरोप भी लगाए गए थे। हलांकि इस विज्ञापन में शिवराज के परिवार वालों का नाम नहीं था, लेकिन अप्रत्यक्ष तौर पर उनपर हमला बोला गया है। इससे नाराज होकर मध्य प्रदेश सरकार ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी और वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया को दस करोड़ का मानहानि का नोटिस भेजकर इस विज्ञापण पर माफी मांगने की बात कही थी।यह नोटिस वकील शंशाक शेखर ने शिवराज और साधना की तरफ से कांग्रेस नेताओं को भेजा था।


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