भोपाल| मध्य प्रदेश में पशु हांकने की ट्रेनिंग का प्रावधान करने के बाद अब मप्र में कमलनाथ सरकार ने युवाओं को रोजगार देने के लिए शादी में बैंड-बाजा बजाने का प्रशिक्षण देने का फैसला किया है। ट्रैनिंग में युवाओं को बैंड बाजा बजाने का हुनर सिखाया जाएगा| सरकार के इस फैसलों को विपक्ष ने जहां बेरोजगारों से मजाक बताया है, वहीं धानुक बंसकार बांस शिल्पी समाज संगठन ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर बैंड बाजा बजाकर सरकार के इस फैसला का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री का आभार जताया|
गुरूवार को राजधानी भोपाल स्तिथ पीसीसी कार्यालय में बैंड की धुनों से गूँज उठा| विदिशा से आयी शगुन बैंड पार्टी ने पीसीसी कार्यालय के बाहर छिंदवाड़ा में बैंड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट खोलने पर आभार व्यक्त किया। साथ ही बैंड पार्टी ने देश भक्ति गीतों पर अपनी प्रस्तुति दी। बता दें कि युवा स्वाभिमान योजना के जरिए युवाओं को गाय हांकने की ट्रेनिंग देने का फैसला कर चुकी सरकार अब बैंड बाजे की ट्रेनिंग भी देने जा रही है।
पिछले दिनों सीएम कमलनाथ ने कहा था कि हमारे यहां इतनी सारी शादियां और फंक्शन है जिनमें बैंड बाजा बजता है तो लोगों का उत्साह बढ़ जाता है। कमलनाथ ने कहा कि वे चाहते हैं कि देश भर में जो भी बैंड-बाजे बजे उसमें मध्यप्रदेश के लोग हों। इसके लिए सरकार छिंदवाड़ा में बैंड ट्रेनिंग स्कूल खोलने का प्रयास कर रही है। कमलनाथ के मुताबिक निवेश के लिए सरकार को नया उत्साह उत्पन्न करने के प्रयास करना होगा। सूत्रों के मुताबिक सरकार स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम में बैंड-बाजे को भी शामिल करेगी। यह भी संभव है कि युवा स्वाभिमान योजना में इसे जोड़कर नगरीय निकायों में ट्रेनिंग दी जाए। हालाँकि पढ़े लिखे लोगों को बैंड बजाने की ट्रेनिंग को लेकर सरकार का यह फैसला चर्चा में है और सरकार आलोचना की शिकार भी हो रही है, वहीं विपक्ष ने इसे बेरोजगार युवाओं के साथ मजाक बताया है| इससे पहले सरकार ने भोपाल, इंदौर, जबलपुर आदि में गाय, भैंस, बकरी, सुअर आदि ढोरों (पशु) को हांकने व चराने का भी पैसा देना का फैसला किया। हाल ही में शुरू की गई युवा स्वाभिमान योजना में इसका प्रावधान रखा गया है।
बीजेपी ने किया विरोध
धानुक बंशकार बांस शिल्पी संगठन समाज के द्वारा बैंड बाजा बजाया गया जिसमें कांग्रेस के प्रवक्ता भी वहां पर उपस्थित हुए इस पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि अच्छा है कांग्रेस ने अपने बैंड बाजे खुद बजवा लिए नहीं तो जनता उनके बैंड बाजे बजा ही देती लेकिन कांग्रेस ने बैंड बाजे बजाते हुए आचार संहिता का उल्लंघन कर दिया | वहीं भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि यह निश्चित तौर पर आचार संहिता के उल्लंघन का मामला बनता है और कांग्रेस प्रवक्ता का वहां होना और भी गंभीर मुद्दा है उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था हम इस मामले को लेकर चुनाव आयोग जाकर इसकी शिकायत करेंगे | वहीं कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा जो कि बैंड बाजा प्रस्तुति के समय वहीं पर उपस्थित थे उन्होंने बैंड बाजे वालों को सही ठहराया और कहा कि बैंड बाजा बजा कर मुख्यमंत्री कमलनाथ का आभार व्यक्त करना इन बैंड बाजे बजाने वालों का निजी फैसला है| बैंड बाजा बजाते समय लोगों के हाथ में राजनीतिक बैनर पोस्टर भी थे बात यहां पर यह उठती है कि आचार संहिता लग चुकी है और आदर्श आचार संहिता लगने के बाद किसी भी तरह का राजनीतिक प्रदर्शन नहीं किया जा सकता वह चाहे निजी हो या सार्वजनिक हो इस तरह के प्रदर्शनों पर रोक होती है|