भोपाल पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई, स्पा सेंटर के बहाने चल रहे देह व्यापार का किया खुलासा

Shashank Baranwal
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Bhopal News

Bhopal News: राजधानी भोपाल से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां पर पुलिस ने एक स्पा सेंटर पर छापामार कार्रवाई की है। स्पा सेंटर के बहाने यहां देह का व्यापार किया जा रहा था। इस दौरान पुलिस ने 4 महिलाओं सहित 6 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस को इस दौरान कई सारे आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुई हैं।

ये है पूरा मामला

भोपाल के मिसरोद इलाके में हाशिमा मॉल के पास एक स्पॉ सेंटर पर पुलिस ने कार्रवाई की है। इस दौरान मिसरोद पुलिस ने जानकारी दी कि शनिवार की रात को स्पा सेंटर में देह के व्यापार होने की सूचना मिली थी। जहां पर महिलाएं कस्टमर के डिमांड पर सेवा देने का काम कर रही थीं। इस दौरान पुलिस ने एक कांस्टेबल को कस्टमर के रूप में भेजा। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मौके पर चार महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। वहीं गिरफ्तार की गई महिलाओं की उम्र 20 से 24 साल के बीच बताई जा रही है। इनमें से एक महिला शादीशुदा और दो महिलाएं कॉलेज में पढ़ने वाली हैं। ये महिलाएं भोपाल के अलग अलग इलाकों भेल संगम कॉलोनी, अशोकागार्डन, बागसेवनिया की रहने वाली हैं। साथ ही पुलिस ने दो कस्टमरों कृष्णा और बृज बाल्मीकि को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने दर्ज किया केस

पुलिस ने जानाकारी दी कि यहां कस्टमरों को 2 हजार से लेकर 10 हजार रुपए तक की सेवाएं प्रदान की जाती थी। स्पा को संचालित करने वाला युवक रेहान मौके पर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया। वहीं पुलिस की तफ्तीश में पता चला है कि यहां जिस्मफिरोशी का धंधा बहुत दिनों से चल रहा था।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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