छतरपुर| बक्सवाहा स्थित बंदर प्रोजेक्ट डायमंड ब्लॉक की ऐतिहासिक नीलामी हुई है।इस नीलामी मे अंत तक चली प्रतिस्पर्धा मे अडानी ग्रुप को पछाड़ कर आदित्य बिड़ला ग्रुप ने बंदर हीरा प्रोजेक्ट पर कब्जा कर लिया है।इस प्रोजेक्ट पर बिड़ला ग्रुप पचास साल तक हीरा उत्खनन का काम कर सकेगा।
राज्य सरकार को इस खदान से हर साल लगभग 1500 करोड़ रुपये का राजस्व मिलेगा।वही छतरपुर जिले को भी को हर वर्ष लगभग 100 करोड़ से ऊपर का DM फंड मिलेगा जो जिले के विकास में चार चांद लगायेगा। शासन द्वारा 34 मिलियन कैरेट डायमंड की रिजर्व मार्केट वैल्यू के हिसाब से 55 हजार करोड रुपए वैल्यू रखी गई थी। दिनभर चली बोली मे रॉयल्टी 14 परसेंट से 30.05 परसेंट पर जाकर हुई ख़त्म हुई और अंत मे बाजी आदित्य बिड़ला ग्रुप के हाथ लगी।
बताते चले की बुधवार को ही खनिज मंत्री प्रदीप जयसवाल ने बताया कि कंपनी को दो साल के अंदर काम शुरू करना होगा। प्रदेश सरकार को प्रति वर्ष 1500 करोड़ का राजस्व मिलेगा। खदान में 3.50 करोड़ कैरेट हीरे के भंडार का अनुमान है, जिसकी कीमत 55 हजार करोड़ आंकी गई है। सरकार को 41.55 फीसदी लाभ मिलेगा, जो 23 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा होगा।