भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनावों में किसानों की कर्जमाफी एक बड़ा मुद्दा है। इसे लेकर जहां शिवराज सरकार लगातार कहती आ रही है कि कांग्रेस अपने वादें पर खरी साबित नहीं हुई, वहीं कांग्रेस कर्ज़माफी करने का दावा करती आई है। इस मुद्दे पर अब बीजेपी अपने ही बयानों में घिरती नजर आ रही है। विधानसभा में एक दिन के सत्र में कृषि मंत्री कमल पटेल ने लिखित उत्तर में कहा है कि किसानों की कर्जमाफी हुई है। इसे लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट किया है कि “कांग्रेस ने जो कहा, वो किया।”
विधानसभा में एक प्रश्न का जवाब देते हुए कृषि मंत्री कमल पटेल (kamal patel) ने कहा है कि प्रदेश में 51 जिलों में 26 लाख 95 हजार किसानों का 11 हजार करोड़ रुपये का कर्ज माफ हुआ। उन्होने बताया कि 27-12-2019 से पहले किसान कर्ज माफी का पहला चरण और 27-12-2019 के बाद किसान कर्ज माफी का दूसरा चरण चलाया गया था । सरकार ने यह भी माना है कि प्रदेश में किसानों का एक लाख रुपए तक का कर्जा माफ हुआ है और गुना, बमोरी, राघोगढ़, मधुसूदनगढ़, चाचौड़ा, कुंभराज और आरोन में भी 17403 किसानों का एक लाख रुपए तक का कर्जा माफ होने की जानकारी दी गई।
बीजेपी के इस उत्तर के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कमल पटेल के बयान का हवाला देते हुए ट्वीट किया है कि खबर लेकर ट्वीट करते हुए कहा है “कांग्रेस ने जो कहा, सो किया। भाजपा सिर्फ़ झूठे वादे।”
लेकिन मामला यहीं नहीं थमा, राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि “झूठों के सरताज राहुल जी आपको शर्म आनी चाहिए। आपने कहा था 10 दिन में मध्यप्रदेश के सभी किसानों का 2 लाख तक का कर्जा माफ नहीं तो 11वें दिन मुख्यमंत्री बदल दूंगा, न तो आपके कहे अनुसार किसानों का कर्ज माफ किया न ही CM बदला।”
अब कृषि मंत्री चाहे जो कहें, लेकिन विधानसभा में उनके द्वारा दिए गए उत्तर में खुद बीजेपी फंसती नजर आ रही है। मंगलवार को कमलनाथ ने भी एक बयान में कहा था कि सीएम शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होने खुद विधानसभा में कांग्रेस काल में करीब 27 लाख किसानों की कर्जमाफी की बात मानी है। इससे साबित होता है कि किसानों की कर्जमाफी पर अब तक शिवराज सरकार लोगों को झूठ बोलती आ रही है और इसके लिए उन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए।