बीजेपी की बढ़ी मुश्किलें, अब इस विधायक के निर्वाचन को चुनौती, कोर्ट ने दिए ये आदेश

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भोपाल।

लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा-कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही है। आए दिन विधायकों को निर्वाचन में चुनौतियां मिल रही है। बरगी विधायक संजय यादव के बाद अब खंडवा से भाजपा विधायक देवेंद्र वर्मा के निर्वाचन को जबलपुर हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। यह चुनौती खंडवा विधानसभा से कांग्रेस के पराजित प्रत्याशी कुंदन मालवीय द्वारा दी गई है।जस्टिस मोहम्मद फहीम अनवर की सिंगल बेंच ने खंडवा विधानसभा चुनाव में प्रयुक्त सभी विवादित ईवीएम सुरक्षित रखने को कहा। कोर्ट ने अविवादित ईवीएम लोकसभा चुनाव के लिए मुक्त करने के निर्देश दिए।

खंडवा विधानसभा से कांग्रेस के पराजित प्रत्याशी कुंदन मालवीय की ओर से दायर याचिका में कहा गया कि भाजपा विधायक देवेंद्र वर्मा एजुकेशन सोसायटी में अध्यक्ष हैं, यह लाभ का पद है। मतगणना के दौरान फॉर्म 17 सी में अज्ञापक जानकारी नहीं भरी गई है। चुनाव आयोग के प्रोफार्मा में कई जानकारी नहीं भरी गई हैं।तर्क दिया गया कि चुनाव में कई गड़बडिय़ां हुईं। इसलिए चुनाव निरस्त किया जाए। सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग के अधिवक्ता सिद्धार्थ सेठ ने आवेदन दायर कर अविवादित ईवीएम मुक्त करने का आग्रह किया। जिसे कोर्ट ने माना।

मालवीय की तरफ से अधिवक्ता वेदप्रकाश नेमा और विभा पाठक ने यह पक्ष कोर्ट के सामने रखा है। वहीं चुनाव आयोग के अधिवक्ता सिद्धार्थ सेठ ने आवेदन दायर कर अविवादित ईवीएम मुक्त करने का अनुरोध किया। एकलपीठ ने खंडवा विधानसभा चुनाव में उपयोग की गई अविवादित ईवीएम लोकसभा चुनाव के लिए मुक्त करने का आदेश दिया है।


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