भोपाल | लोगों की धारणा बन गई है कि हम नहीं सुधरेगें – इस अवधारणा पर ब्रह्माकुमारीज प्रहार करती है। ब्रह्माकुमारीज लोगों को बदलने का कार्य करती है। ब्रह्माकुमारीज समाज परिवर्तन की दिशा में सकारात्मक कार्य कर रही है एवं स्वर्णिम समाज की स्थापना हेतु कृत संकल्पित है। पत्रकारिता समाज का एक अंग है अतः ब्रम्हाकुमारीज द्वारा स्वर्णिम संसार के निर्माण हेतु मीडिया का योगदान विषय पर कार्यक्रम का आयोजन सराहनीय है। । उक्त विचार मध्यप्रदेश शासन के जनसंपर्क मंत्री पी. सी. शर्मा जी नें ब्रह्माकुमारीज द्वारा आयोजित स्वर्णिम भारत के निर्माण में मीडिया का योगदान विषय पर राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होनें कहा कि नारद, संजय एवं विदुर मीडिया के आदर्श हैं। वर्तमान समय इलेक्ट्रानिक मीडिया का बोलबाला है, परंतु प्रिंट मीडिया का अपना महत्व है |
स्वदेश समाचार प्रमुख एवं वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र शर्मा नें कहा कि यदि प्रवाह स्थिर है तो उसमें कई बुराइयां जन्म लेती हैं। समाज में रचनात्मक कार्य करनें के लिए समाज हित में कार्य करनें के लिए पत्रकारिता को चुना है। ब्रह्माकुमारी आश्रम व्यक्ति के अंदर श्रेष्ठ को निखारने का कार्य कर रहा है। देवर्षि नारद निःस्वार्थ भाव से जीवन भर रास्ता दिखाते रहे। नारायण-नारायण करके उन्होनें हमेशा श्रेष्ठ कार्य हेतु प्रेरित किया।
वरिष्ट पत्रकार शिव अनुराग पटेरिया नें कहा कि हिन्दुस्तान का समाज बहुत अच्छा है। 10 फीसदी लोगों के कारण असहयोग का वातावरण रहता है। स्वर्णिम भारत तभी बन सकता है 10 बचे हुए 10 फीसदी लोग भी सहयोग करेंगे एवं स्वयं में परिवर्तन लाएंगे।
वरिष्ठ पत्रकार एवं न्यूज 18 म.प्र. प्रमुख प्रवीण दुबे नें कहा कि यदि समाज का पतन हुआ है तो मीडिया भी उसका अंग है। बदलाव यदि समाज मे होते हैं तो मीडिया में भी होगे। मीडिया के पास उस तरह की पावर कभी नहीं थी। मीडिया के पास जजमेंट, इन्वेस्टीगेशन एवं नया समाज देने की पावर कभी नहीं थी। मीडिया एक लैब की तरह है, मीडिया से जुड़े लोग बुराइयां उजागर करते है। समय पड़ने पर देश को एक सूत्र में बांधने का कार्य भी मीडिया करता है, जैसा हम सबने अभी कुछ दिनों पहले देखा।
वरिष्ठ पत्रकार एवं राजी खुशी के संपादक कमल दीक्षित नें कहा कि स्वर्णिम संसार बनाना निष्चित ही संभव है। मीडिया अगर किसी विषय को अपने ऐजेंडा में शामिल करता है तो वह कार्य कई गुना तीब्रगति से संपन्न होता है।
ब्रह्माकुमारीज भोपाल जोन की निदेशिका राजयोगिनी अवधेश दीदी नें कहा कि भगवान जब धरा पर आते हैं तो स्वर्णिम संसार की परियोजना लेकर आते हैं। भारत संपूर्ण विष्व का जगतगुरू था। भारत में भौतिक शिक्षा की कोई कमी नही है। आध्यात्मिक शि -क्षा का मनुष्य के जीवन में समावेष हो जाए तो स्वर्णिम संसार की परिकल्पना साकार रूप ले सकती है।
ब्रह्माकुमारीज मीडिया प्रभाग के राष्ट्रीय संयोजक बी के सुशांत भाई नें कहा कि मीडिया का मुख्य कार्य लोगों को सुचना, मनोरंजन एवं शिक्षा प्रदान करना है। समाज को स्वर्णिम बनाने के लिए मीडिया की रचनात्मकता सकारात्मक रूप में सबके सामने आनी चाहिए।
माउंट आबू से पधारे शिव आमंत्रण के संपादक एवं पीस न्यूज विभाग के प्रमुख बी के कोमल भाई नें कहा कि हरेक व्यक्ति चाहता है कि उसकी सुबह अच्छी हो, उसका दिन शानदार रीति से गुजरे । यदि यह नही तो समझिए समाज बिगड़ रहा है। यदि समाज बिगड़ेगा तो हमारे पर भी उसका प्रभाव पड़ेगा।