भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। हम तय कर रहे हैं कि एक ऐसा संस्थान या यूनिवर्सिटी बनाएंगे जो रिसर्च करके बहनों को अलग-अलग काम करने के रास्ते बताएंगे। विशेषज्ञों का भी सहयोग लेंगे कि कैसे नई चीजें बनाएं और कैसे बैचें। यह बात आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने स्व-सहायता समूहों (Self-help groups) के सशक्तिकरण के लिए ऋण वितरण एवं समूह की बहनों से सीधा संवाद के दौरान कही।
शिवराज ने कहा कि महिला सशक्तिकरण (women empowerment) के बिना राज्य सशक्त नहीं हो सकता। सीएम ने कहा कि 1400 करोड़ का लोन इन समूहों को 4 प्रतिशत ब्याज पर मिलेगा। रेडी टू ईट का काम भी महिलाओं के समूह को दिया जाएगा। विशेषज्ञों के साथ संस्थान बनाएंगे जो महिलाओं को ट्रेंड करेगा। वहीं मंडी एक्ट किसानों के हित में है, कोई भी मंडी बंद नहीं होने की घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज ने किया है। कहा कि अच्छे दाम पर कहीं भी किसान फसल बेच सकेंगे। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जारी रहेगी।
शिवराज ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूहों ने कोरोना काल में जनजागृति का बड़ा काम किया। अब मुझे खुशी है कि बहनें समाज को बदलने का काम कर रही हैं। बहन अगर 10वीं तक पड़ी थी तो अब 12वीं तक पढ़ाई की, पति को भी पढ़ा रही हैं।मध्यप्रदेश की 33 लाख महिलाएं महिला स्वसहाता समूह से जुड़ीं हैं। अब हर घर को छोटे उद्योग में बदलना होगा। हमने ये तय कर दिया है कि स्कूल के लिए ड्रेस बनेगी वो अब स्व -सहायता समूह की महिलाएं ही बनाएंगी। जब कोरोना काल में हमें पीपीई किट की जरूरत पड़ी, मास्क और सैनेटाइजर की जरूरत पड़ी तो मुझे गर्व है कि हमारी स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने मास्क, सेनेटाइजर और पीपीई किट बनाये। आपने कोरोना काल में सरकार की ऐसी मदद कि जिससे हमें बड़ा सहारा मिला