भोपाल। भाजपा के लिए बची हुई 14 सीटों पर प्रत्याशी फाइनल करना भारी पड़ रहा है| पहली सूची आने के बाद सामने आये विरोध को देखते हुए गहन मंथन के बाद बाकी सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया जाएगा| वहीं दावेदार टिकट के लिए भाजपा कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं| जहां पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान असंतुष्टों और दावेदारों से चर्चा कर रहे हैं| नए समीकरण बनने के चलते अब नए सिरे से मंथन शुरू हो गया है| वहीं खजुराहो संसदीय क्षेत्र से स्थानीय व्यक्ति को टिकट देने की मांग उठी है जिसको कर भाजपा नेता प्रदेश कार्यालय पहुंचे।
पूर्व मंत्री ललिता यादव और सहकारी बैंक पन्ना के पूर्व अध्यक्ष संजय नगाइच ने खजुराहो से टिकट की मांग की। दोनों नेताओं ने संगठन नेताओं के साथ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात की। बाद में उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह से बातचीत कर अपनी बात रखी। खजुराहो में ललिता यादव के अलावा अब तीन बार के पूर्व विधायक विजय बहादुर और महेंद्र यादव का भी नाम है।
गौरतलब है कि खजुराहो से 2014 में भाजपा ने नागेंद्र सिंह को टिकट दिया था। सिंह को पार्टी ने 2018 में हुए विधानसभा चुनाव का टिकट दे दिया। नागेंद्र सिंह के विधायक बन जाने से भाजपा को नए प्रत्याशी की तलाश है। पन्ना के भाजपा नेता संजय नगाइच ने कहा कि खजुराहो संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस ने स्थानीय प्रत्याशी कविता सिंह को टिकट दिया है, इसलिए भाजपा भी स्थानीय प्रत्याशी को ही टिकट दे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी मजबूत है। वहीं पूर्व मंत्री ललिता यादव भी टिकट के लिए पूरा जोर लगा रही हैं| पूर्व मंत्री ललिता यादव का कहना है कि वे पन्ना जिले की प्रभारी मंत्री रही हैं और खजुराहो सीट में दो विधानसभा क्षेत्र उनके आते हैं, इसलिए उन्हें खजुराहो से टिकट दिया जाए।
देवास से कैरो ने माँगा टिकट
भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सूरज कैरो ने भी देवास-शाजापुर सीट से टिकट मांगा है। देवास सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। इस सीट से मनोहर ऊंटवाल सांसद हुआ करते थे, लेकिन वे भी विधायक बन गए। कैरो बुधवार को अपने समर्थकों के साथ भाजपा कार्यालय पहुंचे थे। उनके समर्थकों ने कैरो को टिकट दिए जाने के लिए नारेबाजी भी की। वहीं देवास में केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत की ओर से चंद्रशेखर मालवीय का नाम दिया गया है। यहां से पूर्व विधायक राजेंद्र वर्मा व सतीश मालवीय के भी नाम हैं। अब प्रदेश संगठन सभी पहलुओं का अध्ययन कर चेहरे स्पष्ट करने की कोशिश कर रहा है।
ताई का टिकट कटना तय
बुधवार को राकेश सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संगठन महामंत्री सुहास भगत के बीच इंदौर समेत कुछ सीटों पर नए सिरे से संभावित प्रत्याशियों को लेकर चर्चा हुई। इंदौर के साथ खजुराहो, सागर, राजगढ़, देवास और छिंदवाड़ा में कुछ और नामों पर विचार किया गया। वहीं इंदौर संसदीय सीट से आठ बार की सांसद सुमित्रा महाजन के टिकट कटने की अटकलें तेज हो गई है| इन संभावनाओं को उस समय और बल मिल गया जब, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि इंदौर में टिकट को लेकर जो भी फैसला लिया जाएगा, वह ताई (सुमित्रा महाजन) की मर्जी से होगा। वे लोकसभा की अध्यक्ष हैं और पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं। साफ है कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व अब 75 वर्ष के क्राइटेरिया को लेकर कोई भी ढिलाई बरतने के मूड में नहीं हैं।
भोपाल में बदले समीकरण
प्रदेश की 14 बची हुई लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर भारतीय जनता पार्टी में खींचतान थम नहीं रही है। भोपाल सीट से शिवराज के साथ एक बार फिर पूर्व सीएम उमा भारती और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नाम पर चर्चा चली है। विदिशा सीट महिला प्रत्याशी की तलाश की जा रही है। सागर की एक महिला पार्षद श्वेता यादव के नाम पर भी भाजपा नेताओं ने भोपाल से दिल्ली तक कवायद की है।